Kheerganga Trek: खीरगंगा ट्रेक हिमाचल राज्य (Kheerganga Trek Himachal State) का एक खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों वाला ट्रेक है। जहां पर्यटक अपनी ग्रीष्मकालीन अवकाश (Summer Vacation) का मजा लेने के लिए दूर-दूर से आते रहते हैं। यह जगह एडवेंचरर गतिविधियों (Adventure Activities) के लिए हमेशा ही सुर्खियो में बनी रहती हैं। यहां पर आप ट्रेकिंग करते समय अनेको अद्भुत दृश्यों का मजा ले सकते हैं। अगर आप फोटोग्राफी (Photography) के बहुत शौकीन है। तो यहां आपको बहुत सी ऐसी जगहें आसानी से मिल जाएगी।
जहा आप प्रकृति द्वारा प्रस्तुत अद्भुत नजारों को अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। यह ट्रेक सबसे आसान और सरल है। तो आइए जानते है, कि खीरगंगा ट्रेक (Kheerganga Trek) कितने रोमांच से भरा है, और आपको यहा आते समय किन चीजों की जरूरत पड. सकती है। यहा सुहावना सफर कितने समय में पूरा किया जा सकता है। खीरगंगा ट्रेक (Kheerganga Trek) समुद्र तल से लगभग 2,957 मीटर की ऊंचाई वाला क्षेत्र है।
जो चारो ओर से हरे-भरे सुन्दर पहाडिय़ों से घिरा है। इस ट्रेक (Kheerganga Trek) तक पहुचने के लिए आपको सौम्य दृश्यों, शंकुधारी वन और छोटे-बड़े गर्म पानी के झरनों से होकर गुजरना पड़ता है। यह ट्रेक पवित्र पार्वती घाटी (Parvati Valley) में स्थित है।
खीरगंगा ट्रेक से संबंधित पौराणिक मान्यता | Mythological Belief Related to Kheerganga Trek
कहा जाता है, कि किसी समय यहा भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती (Mother Parvati) की कृपा से यहा से खीर की नदी निकलती थी। जो कि परशुराम के श्राप (Parshuram’s curse) के कारण गायब हो गयी थी। अब इस जगह से दूधियां नदी (Milky River) ही प्रवाहित होती है। जिसमें आपको कुछ मलाई जैसे टुकड़े भी तैरते हुए दिख जाऐगे।
खीरगंगा ट्रैक के लिए चढ़ाई का समय | Climbing Time for Kheerganga Trek
वैसे तो आप खीरगंगा ट्रेक पर वर्षभर यात्रा (Travel) कर सकते है, परन्तु अप्रैल से नवंबर (April to November) तक यहा का मौसम बहुत सुहावना होता है। इस समय यहां का तापमान औसत 16 डिग्री से 24 डिग्री सेल्सियस तक होता है। देखा जाए तो मानसून के समय यहा की सुन्दरता अपने चरमोत्कर्ष पर होती है, परन्तु फिर भी आपको इस समय यात्रा करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि यहां का आसान ट्रेक भी फिसलन के कारण बहुत जोखिम भरा हो जाता है।
परन्तु देखा जाए तो सही मायनों में ट्रेकिंग (Trekking) में अगर जोखिम न हो तो ट्रेकिंग का मजा नही आता है। हिमाचल राज्य (Himachal) के कुल्लू (Kullu) जिले का एक छोटा सा प्राकृतिक क्षेत्र खीरगंगा (Kheerganga) का इतिहास सदियों पुराना है।यह पार्वती घाटी (Parvati Velly) में स्थित है। इस क्षेत्र के विषय में कहा जाता है, कि यहां से भगवान भोलेनाथ (Bhagwan Bholenath) की कृपा से खीर का झरना (Kheer Falls) बहा करता था।
परन्तु आज के समय में इस झरने से केवल दूधियां रंग का पानी (Milky Water) ही बहता है। जो देखने में दूध के समान प्रतीत होता है। इस प्राकृतिक गर्म झरनें (Hot Springs) में श्रद्धालु स्नान करते हैं। और कई रोगो (Many Diseases) से छुटकारा पाते हैं। क्योंकि इस झरने के पानी में कई औषधीय तत्वों का मिश्रण (Mix of Medicinal Ingredients) पाया जाता है। जो व्यक्तियों के कई रोगो को दूर करने में सक्षम है। यहां पर सुन्दर फूल (Beautiful Flowers), पहाड़, और हरे-भरे वनो की सुगन्ध वातावरण को सौम्य बनाती है।
खीरगंगा ट्रेकिंग के लिए मार्ग | Routes for Kheerganga Trekking
अगर आप खीरगंगा तक सड़क मार्ग (Roadways) द्वारा पहुचना चाहते हैं, तो इसका सबसे निकटतम मार्ग बरशैणी है। यहां से लगभग खीरगंगा के लिए आपको 12 km ट्रेकिंग करनी पड़ेगी। खीरगंगा तक पहुचनें के लिये नखतान रूट (Nakhtan Route), कलगा रूट (Kalga Route), तोश गांव (Tosh Village) से होकर भी जा सकते हैं।
आप ट्रेकिंग करने से पहले बरशैणी गांव (Barshaini Village) में अपने खाने का इंतजाम कर सकते हैं, और यहा के स्थानीय व्यंजन (Local Cuisine) का स्वाद ले सकते हैं। साथ ही आप यहा के लोगो के साथ कुछ समय बिता सकते हैं। यकीनन आपको यहा के लोगो के साथ बात करके उनकी कला और संस्कृति (Art and Culture) को जानने का मौका मिलेगा और आपको बहुत अच्छा भी लगेगा।
खीरगंगा ट्रेक पर जाने के लिये क्या लेकर जाना चाहिए | What to Carry for Kheerganga Trek
1.आपको एक पानी की बोतल लेकर जाना चाहिए। जिसे आप ट्रेकिंग के समय उपयोग में ला सके।
2.ट्रेकिंग के लिए आपको स्वस्थ रहना चाहिए। ताकि आप लम्बे समय तक बिना थके चढ़ाई कर सके।
3.आपको खाने के लिए कुछ स्नेक्स, कुरकुरे, बिस्कुट जैसी चीजों को भी रखना चाहिए।
4. आपको अपने लिए कुछ कपड़े, टार्च, टेंट, रस्सी भी रखनी चाहिए।
5. सबसे जरूरी और आखिरी चीजें आपको छोटा सा First Aid Kit Box भी रखना चाहिए।
खीरगंगा ट्रेक पर ठहरने की व्यवस्था | Accommodation on Kheerganga Trek
अगर आप कुछ समय रूक कर अपनी यात्रा शुरु करना चाहते हैं। तो आप यहा के नजदीकी होटल में Room ले सकते हैं। जिसका किराया 700 से 800 रु. हो सकता है। यहा कुछ होटलो में शेयरिंग की भी व्यवस्था है। जिसकी कीमत 200 से 300 रु. भी हो सकती है। या फिर आप अपने साथ लाए टेंट को भी लगा सकते हैं। और आस-पास के खूबसूरती का लुत्फ बेझिजक उठा सकते हैं।
खीरगंगा कैसे पहुंचे | How To Reach Kheerganga ?
आप अपने मुख्य शहर से बस या ट्रेन द्वारा मनाली और भुन्तार (Manali and Bhuntar) पहुचनें के बाद आप यहां के स्थानीय परिवहन (Transportation) द्वारा बरशेणी और कसोल (Barsheni and Kasol) तक पहुच सकते है। जहां से आप पवित्र खीरगंगा ट्रेक (Holy Kheerganga Trek) के लिए निकल सकते हैं।
निष्कर्ष | Kheerganga Trek
इस आर्टिकल में हमनें खीरगंगा ट्रेक (Kheerganga Trek) के बारे में विस्तृत तरह से बताया हैं, जो यात्रा को सरल और सुगम बनाने में आपकी बहुत मदद करेगा। हमें आशा है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।
Kheerganga Trek से संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं और इस आर्टिकल को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।
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