Shiva Temples: भगवान शिव (Lord Shiva) श्रृष्टि के कण-कण में विद्यमान हैं भगवान शिव के अनेक नाम हैं और उनके पवित्र नामों से भारत देश में अनेक शिवालय (Shivalaya) बनें हुए हैं जहां पर भक्तों का जामवाड़ा वर्षभर लगा रहता है। ऐसा ही एक शिव मंदिर (Shiv Temple) उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित है जिसे नीलकंठ महादेव (Neelkanth Mahadev) के नाम से जाना जाता है। शिव भक्तों के लिए यह मंदिर एक दिव्य तीर्थ है। भगवान शिव (Shiv) का यह पवित्र तीर्थ मणिकोट (Manikot), ब्रह्मकोट (Brahmakot) और विष्णुकोट (Vishnukot) नाम की तीन सुदंर घाटियों (Beautiful Valleys) में स्थित है। इसके आस-पास बहुत सी हरियाली है।
नीलकंठ महादेव मंदिर एक पवित्र तीर्थस्थल
ऋषिकेश उत्तराखंड में घूमने की बेहतरीन जगहों (Best Places to Visit in Uttarakhand) में से एक है। यहां की भूमि बहुत से ऋषि, मुनियों की तपोभूमि (Tapobhoomi) के नाम से भी देशभर में प्रसिद्ध है। ऋषिकेश में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर (Neelkanth Mahadev Temple)का इतिहास काफी पुराना है। इस मंदिर में दर्शन के लिए पर्यटकों की भीड़ वर्षभर उमड़ती है। यह पवित्र तीर्थस्थल मुख्य शहर की सीमा से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर तक पहुंचने का ट्रेक घने जंगलों (Jungle) से होकर जाता है क्योंकि यह नर नारायण की पर्वत श्रृंखलाओं (Mountain Ranges of Nar Narayan) के बीच बसा हुआ है। मंदिर पंकजा (Pankaja) और मधुमती नदियों (Madhumati Rivers) के संगम पर स्थित है। जिस कारण मंदिर का परिवेश और भी दिव्य हो जाता है।
Neelkanth Mahadev Temple पौराणिक कथा
भगवान शिव के अनेक नाम हैं और उन सभी नामों से जुड़ी कोई न कोई घटना या पौराणिक कथा है और इसकी जानकारी आपको वेदों (Vedas), पुराणों (Puran) और अन्य हिंदू धर्म ग्रथों से मिल जाती है। ऐसे भगवान शिव के नीलकंठ (Neelkanth) नाम से जुड़ी महत्वपूर्ण कथा यह है कि जब सागर मंथन (Sagar Manthan) हुआ तो उससे अन्य बहुमूल्य चीजों के साथ हलाहल नाम का खतरनाक विष (Dangerous Poison Named Halahal) भी निकला था। जिसे भगवान शिव को श्रृष्टि कल्याण हेतु पीना पड़ा और उस विष से उनका गला नीला (Throat Blue) हो गया। तब से महादेव को नीलकंठ महादेव (Neelkanth Mahadev) भी कहा जाने लगा। हलाहल विष (Halahal Poison) को भगवान शिव (Shiv) ने नीलकंठ महादेव (Neelkanth Mahadev) नाम के इस पवित्र तीर्थ पर पिया था। इसी कारण इस मंदिर का बहुत महत्व है।
नीलकंठ महादेव का सबसे बढ़िया समय | Best Time of Neelkanth Mahadev
ऋषिकेश में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में घूमने का सबसे अच्छा (Best Place to Visit Mahadev Temple) समय श्रावण मास (Shravan Mas) और शिवरात्रि (Shivratri) है। इस समय इस नीलकंठ महादेव मंदिर (Neelkanth Mahadev Temple)में लाखों श्रृद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। मंदिर प्रागंड से लेकर बाहर तक श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रहती है। मंदिर में इस समय पर अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। शिवालय (Pagoda) पर अनेक झण्डे, घण्टे और कावंरो को चढ़ाया जाता है।
मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी | Important Information Related to The Temple
- पता: कोटद्वार – पौड़ी रोड, कोटद्वार, और उत्तराखंड – 246149
- मंदिर में प्रवेश का समय: सुबह 5 बजे-शाम 6 बजे तक।
- प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क।
नीलकंठ महादेव मंदिर में क्या करें | What to do in Neelkanth Mahadev Temple
- भगवान शिव (Lord Shiva) के सामने नतमस्तक होकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर अपने सुनहरे भविष्य (Future) की कल्पना करें।
- मंदिर परिसर में स्मृति के तौर पर परिवार संग तस्वीरें खींचे।
- गर्म प्राकृतिक कुंड (Kund) में स्नान कर अपने शरीर को निरोग करें।
- मंदिर परिसर में मौजूद स्थानीय दुकानों से प्रसाद, धार्मिक वस्तुएं, पवित्र पुस्तकों और स्मृति चिन्ह की खरीददारी करें।
नीलकंठ महादेव मंदिर के पास घूमने लायक जगहें | Places to visit near Neelkanth Mahadev Temple
ऋषिकेश में घूमने के लिए (Places to Visit in Rishikesh in One Day) वैसे तो बहुत सी धार्मिक जगहें (Religious Places) मौजूद हैं परंतु हमनें ऋषिकेश में घूमने की सबसे बेहतरीन जगहों (Best Places to Visit in Rishikesh) के बारें में बताया है-
श्री सच्चा अखिलेश्वर महादेव मंदिर | Shri Sacha Akhileshwar Mahadev Temple
नीलकंठ महादेव (Neelkanth Mahadev) के अतिरिक्त ऋषिकेश में भगवान शिव का एक और पवित्र तीर्थ मौजूद है जो कि श्री सच्चा अखिलेश्वर महादेव मंदिर नाम से मशहूर है। इस मंदिर के दर्शन हेतु अनेक तीर्थयात्री यहां पर आते हैं। अध्यात्मिक ज्ञान (Spiritual Knowledge) प्राप्ति के लिए यह जगह सबसे बढ़िया स्थान है। आप यहां भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी अध्यात्मिक ऊर्जा का विकास कर सकते हैं।
तेरा मंजिल मंदिर | Tera Manzil Mandir
लक्ष्मण झूला के पास (Laxman Jhula) स्थित तेरा मंजिल मंदिर एक महत्वपूर्ण स्थान है। 13 मंजिल की यह विशाल संरचना एक विशाल हिंदू तीर्थ है। जिसकी प्रत्येक मंजिल पर आपको अनेक हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमा (Statue of Hindu Gods and Goddesses) देखने को मिल जाएंगी। यहां से आप ऋषिकेश के विहंगम दृश्य का अवलोकन (Panoramic view of Rishikesh) कर सकते हैं।
प्रकृति वैदिक स्पा | Prakriti Vedic Spa
यात्रा से हुई थकान को दूर करने के लिए, या अपनी बीमारियों (Diseases) को आयुर्वेद पद्धति से सही करने के लिए आपको किसी हॉस्पीटल (Hospital) या कहीं और जाने की आवश्यकता नहीं है। आप ऋषिकेश (Rishikesh) के प्रकृति वैदिक स्पा में जड़ी-बूटी (Jadi Booti) के माध्यम से अपने शरीर को आराम दे सकते हैं साथ ही पुराने से पुराने रोग का भी इलाज जड़ी-बूटी से करवा सकते हैं।
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