Buddhist Temple Near Me: आज के समय में आप बौद्ध धर्म से सम्बन्धित अनेक मठ, स्तूप,और स्मारक देख सकते हैं। जिनकी वास्तुकला आश्चर्यचकित करती है। कुछ मंदिर बहुत ही विशाल हैं, जिनमें भगवान बुद्ध के अवशेष को संरक्षित करके रखा गया है भारत, श्री लंका, चीन, मलेशिया, थाइलैंड और अन्य देशों में भगवान बुद्ध के फॉलोअर आपको बडी़ संख्या में आसानी से मिल जाएंगे। इस बात से आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि विश्व में बौद्ध धर्म फोलो करने वाले कितने लोग मौजूद हैं। जो अपने भगवान के दर्शन के लिए अक्सर buddhist temple near me जैसी जगहों को तलाशते रहते हैं। आज हम आपकों भगवान बौद्ध कौन थे? बौद्ध के प्रसिद्ध मंदिर? के बारें में बहुत कुछ बताएंगे-
बौद्ध धर्म क्या है?
यह धर्म भगवान बुद्ध की शिक्षा पर आधारित है जिसमें कर्म को ही सुख और दु:ख का कारण बताया गया है। इस धर्म में बाहरी आडम्बरों का विरोध किया गया है।
बुद्ध का अंतिम उपदेश क्या था?
महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण की घटना भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के कुशीनगर जिले में हुई थी। यहां पर भगवान बुद्ध ने अपने अंतिम क्षण बताएं थे। आज उनकी स्मृति में यहां पर अनेक स्तूप, मठ और मंदिरों का निर्माण किया गया है। यह जगह 4 पवित्र बौद्ध स्थलों में गिनी जाती है। इस पवित्र स्थान पर महात्मा बुद्ध ने अपना अंतिम उपदेश देते हुए कहा था, कि सभी चीजें एक दिन अवश्य ही खत्म होती हैं क्षय प्रकृति का नियम है इसलिए हमें कर्म पर ध्यान देना चाहिए। इस स्थान पर रामभर स्तूप है। जिसके विषय में ज्ञात है कि यहां पर महात्मा बुद्ध का अंतिम संस्कार किया गया था। इस स्तूप में बुद्ध की एक लेटी हुई प्रतिमा विराजमान है।
वाट बेंचमाबोफिट
बौद्ध धर्म का प्रतीक Wat Benchamabophit एक भव्य बौद्ध मंदिर है। यह मंदिर थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक,के दुसित जिले में स्थित है। इस मंदिर में वर्ष भर बौद्ध धर्म के अनुयायियों की भीड़ लगी रहती है। इस मंदिर का निर्माण लगभग 1899 में हुआ था। इस मंदिर को कैरारा संगमरमर के खम्भों और सोने की नक्काशी द्वारा सजाया गया है। मदिंर की रक्षा के प्रतीक के तौर पर प्रवेश द्वार पर दो बडे़-बडे़ शेर की मूर्तियां स्थापित हैं। इस पवित्र मंदिर का Architecture राजा के भाई Prince Narisara Nuwattiwong ने डिजाइन किया था। अगर आप भी buddhist temple near me की तलाश कर रहें थे, तो आपकी तलाश इस शानदार मंदिर के दर्शन पर खत्म होगी।

तवांग क्यों प्रसिद्ध है?
यह मठ देश-विदेश के बौद्ध भिक्षुओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जगह है। इस मठ में भगवान बौद्ध को मेडिटेशन की अवस्था में दिखाया गया है। मंदिर को अनेक तरह की कलाकृतियों एंव लकड़ी के खम्भों से सुसज्जित किया गया है। इस जगह को गैल्डेन नाम्गे ल्हात्से (Galden Namge Lhatse) भी कहा जाता है, अगर आप भी शांति और सुकून की तलाश के लिए अबतक भाग रहे थे। तो यह जगह आपकी बेहद मदद करेगी। क्योंकि इस जगह के कण-कण में शांति का वास है। यहां पर देश-विदेश से युवा भिक्षु शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। आप यहां के अन्य स्थानों की भी सैर कर सकते हैं, जैसे-
Sela Pass
यह एक ऐसी जगह है जहां पर आप प्रकृति के शानदार दृश्यों का मजा ले सकते हैं। आप यहां पर बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं। यह स्थान तवांग शहर से 78 किमी की दूरी पर स्थित है। इस जगह पर औसेला झील (Aucella Lake) है। जो पर्यटकों को आकर्षित करती है।

Tawang Monastery
हिमालय की गोद में बसे इस मठ को Golden Namgyal Lhatse के नाम से भी जाना जाता है। इस के भीतर भगवान बुद्ध की 8 मीटर की विशाल प्रतिमा मौजूद है। यह मठ समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर बना है। इस बौद्ध मठ में बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथों का भण्डार मौजूद है। इस मठ को अनेक रंगीन चित्रों, रेखा चित्रों और नक्काशियों से सजाया गया है। आप यहां से तवांग-चू घाटी के मनमोहक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

Madhuri Lake
बॉलीवुड अदाकारा माधुरी दीक्षित की कोयला मूवी की लोकप्रियता के कारण इस झील को Madhuri Lake के नाम से जाना जाता है। इस झील का वास्तविक नाम Sangetsar Lake है। इस झील में अनेक पेडो़ के तने खडे़ हैं। इस झील का बौद्ध धर्म में बहुत महत्व है।

Bodh Gaya
यह बौद्ध स्थल बिहार की राजधानी पटना से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थल बौद्ध धर्म के 4 प्रमुख स्थलों में से एक है। क्योंकि इस जगह पर भगवान बौद्ध को निर्वाण की प्राप्ति हुई थी। इस प्राचीन धरोहर को वर्ष 2002 में यूनेस्को ने वैश्विक धरोहर घोषित किया। आप यहां पर बोद्ध धर्म से जुडे़ अनेक मंदिरो को भी देख सकते हैं।

Mahabodhi Temple
भगवान बुद्ध की स्मृति में बना यह विशाल मंदिर लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। यह मंदिर परिसर 4.8 हेक्टेयर भूमि को कवर करता है। इसके चारों ओर सुंदर उद्यान है, जिसमें अनेक तरह के रंग-बिरंगे फूल लगे हैं। इस भव्य मंदिर को “Great Awakening Temple” भी कहा जाता है। आप इस मंदिर परिसर में बौद्धि वृक्ष के वंशज पेड़ को भी देख सकते हैं।

Bodhgaya Bodhi Tree
बौद्ध धर्म में इस व वृक्ष का बहुत ही महत्व है। यहां पर बहुत से ध्यानी, योगी और संत का जामवाडा़ लगा रहता है। इस वृक्ष के विषय में कहा जाता है। कि भगवान बुद्ध ने 7 दिनों तक यहां पर ध्यान किया था।

गौतम बुद्ध की जन्मस्थली
महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली Lumbini आज के समय में भारत के पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) का हिस्सा है। इस पवित्र भूमि को वर्ष 2000 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया है। इस पवित्र स्थान के दर्शन मात्र के लिए पर्यटक दूर-दूर से चले आते हैं। यहां पर बहुत सारे बौद्ध मठ है। जिसमें बौद्ध धर्म से सम्बंधित शिक्षा दी जाती है। इन मठों में आकर बहुत से लोग बौद्ध शिक्षा ग्रहण कर सत्य और मोक्ष की प्राप्ति की ओर अग्रसर हो जाते हैं। इस जगह पर बहुत ही पर्यटन स्थान मौजूद हैं जैसे-

Maya Devi Temple
भगवान बुद्ध का जन्मस्थान माया देवी मंदिर (Maya Devi Mandir) आज के समय में पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। यहां पर बुद्ध की मां (Mother Of Buddha) ने उन्हें जन्म दिया था। इस मंदिर के निकट एक सरोवर मौजूद है। जिसे पुष्करणी के नाम से जाना जाता है। इस शानदार मंदिर का निर्माण 1978 में एक Japanese architect ने डिजाइन किया था। जिसका नाम Kenzo Tange था।

Bodhi Tree, Lumbini
यह पवित्र वृक्ष Maya Devi Temple के पास स्थित है। इसके निकट रंग-बिरंगे झण्डे लगे हैं। जो कि लोगों द्वारा मांगी गई मन्नतों का प्रतीक है। इस Bodhi Tree के नीचे बहुत से बौद्ध भिक्षु बैठकर सत्य और ज्ञान की खोज में लगे रहते हैं।

Mayadevi Pond
बौद्ध धर्म में इस पवित्र सरोवर का बहुत महत्व है। क्योंकि भगवान बुद्ध का पहला स्नान इस सरोवर के पवित्र जल में हुआ था। शाम के समय इस सरोवर का दृश्य मंत्रमुग्ध करता है क्योंकि यहां पर शाम के समय अनेक दीप प्रज्वलित कर तालाब की सीढिय़ों को रोशनी से जगमगाया जाता है।

Ashoka Pillar, Lumbini
यह स्तम्भ सम्राट अशोक ने अपने शासनकाल में बनवाया था। यह शानदार स्तम्भ गुलाबी बलुआ रंग के पत्थर (pink sandstone) से बनवाया गया है। इस स्तम्भ को Nepalese Archaeologists 1896 में खोजा था।

World Peace Pagoda Lumbini
यह स्तूप a symbol of peace का प्रतीक है। इसे Japan Peace Stupa के नाम से भी जाना जाता है। यह स्तूप शांति की खोज करने वालों के लिए एक बेहतरीन जगहों में से एक है। इस स्तूप में सफेद रंग के परिसर के साथ सुनहरे रंग की एक बुद्ध प्रतिमा मौजूद है।

Lumbini Museum
अगर आप भी भगवान बुद्ध से जुडी़ अन्य दुर्लभ वस्तुओं को देखना चाहते हैं। तो आप इस म्यूजियम में जरूर जाएं। आप यहां पर Manuscripts, Metal Sculptures, Terra cottas, coins को देख सकते हैं। जो कि Maurya और Khusana वंश के इतिहास को दर्शाते हैं। इस म्यूज़ियम में लगभग 12000 चीजों और कलाकृतियों का संग्रह मौजूद हैं।

Royal Thai Buddhist Monastery
पर्यटकों को आकर्षित करती यह जगह बाकयी बेहद शांत और सौम्य वातावरण की पेशकश करती है। सूर्य की रोशनी में यह मंदिर चांदी सा चमचमाता है। इस मंदिर को वाट-शैली में डिजाइन किया गया है। इसके चारों ओर रंग-बिरंगे ध्वज लहराते हैं। इस मंदिर परिसर के सामने एक गोल्डन रंग की बुद्ध प्रतिमा (Golden Buddha Statue) स्थापित है। जो पर्यटकों को एक जीवंत एहसास का अनुभव करवाती है। इस मंदिर परिसर के पास एक ध्यान केन्द्र भी बना है जिसकी छत्त का रंग नीला है। इसके नीचे कयी बौद्ध भिक्षु और अन्य लोग बैठकर ध्यान लगाते हैं।

Dharma Swami Maharaja Buddha Vihar
इस बुद्ध विहार के कण-कण में अध्यात्मिक ऊर्जा बहती है। बहुत से पर्यटक यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा से प्रभावित होते है। यह बुद्ध विहार धर्म स्वामी महाराजा बुद्ध विहार शाक्यपा (Swami Maharaja Buddha Vihar Shakyapa) संप्रदाय से संबंधित एक बौद्ध गोम्पा है। इसकी स्थापना Chogya Trichen Rinpoche ने करी थी। यहां पर 600 से अधिक बौद्ध भिक्षु द्वारा प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाती है।

Sri Lankan Monastery
यह मठ भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को आगे बढा़ने के लिए अनेक तरह के उत्सव, कार्यक्रम और प्रथाओं का आयोजन करवाता है। इस मंदिर में एक शिवालय भी मौजूद है। उसके पास ही भगवान बुद्ध की प्रतिमा ध्यान की मुद्रा में विराजमान है। यह मंदिर थेरवाद बौद्ध फाउंडेशन (Theravada Buddhist Foundation) है।

Cambodian Monastery
अगर आप भी अद्भुत कलाकारी और शांति की खोज कर रहें हैं, तो यह स्थान एक बेहतरीन जगहों में से एक है। यह मंदिर अंगकोर वाट मंदिर (Angkor Wat Temple) से मिलता जुलता है। आप बिना कंबोडिया जाएं इस शानदार मंदिर का दीदार कर सकते हैं।

Myanmar Golden Temple
प्राचीन समय में बना गोल्डन टेम्पल आज बौद्ध धर्म के लोगों के लिए एक लोकप्रिय स्थानों में से एक है। इस मंदिर में Burmese style में बनी भगवान बुद्ध की एक भव्य प्रतिमा है। जिसके पास प्रार्थना स्थल मौजूद हैं यहां पर बहुत से व्यक्ति शांति की अनभूति के लिए ध्यान करते हैं।

China Temple
अगर आप भी China Temple की खूबसूरती का अनुमान लगाना चाहते हैं। तो आप एक सुंदर बाग से होते हुए मंदिर परिसर तक पहुंचेगे। इस मंदिर को चारों ओर रंग-बिरंगे कपड़ों की पट्टियों से सजाया गया है। यह मंदिर पगौडा स्टाइल में बनाया गया है।

Korean Temple
यह मंदिर कोरियन शैली में बना है। आप इस मंदिर में अनेक तरह की साज सज्जा का अनुभव कर सकते हैं। अगर आपको भी मेडिटेशन करना पसंद है। तो आप इस खूबसूरत मंदिर में मेडिटेशन (Meditation in a beautiful temple) कर सकते हैं।

Tilaurakot
आज के समय में खण्डर हो चुकी यह जगह लुंबिनी से लगभग 24 किमी की दूरी पर स्थित है। इस जगह के विषय में कहा जाता है। कि यहां पर भगवान बुद्ध ने अपना राजसी जीवन बिताया था।

लेह,लद्दाख
भारत का Cold Desert लेह तो आप अक्सर घूमनें जाते ही होगें पर क्या आपको पता है, यहां पर बौद्ध धर्म से सम्बंधित अनेक मठ, आश्रम, और स्तूप हैं। जहां पर आप अध्यात्म की सुगंध को महसूस कर सकते हैं, इस जगह पर आप लोगों के घरों व बस्तियों में जगह-जगह पर गोम्पा या मठ को देख सकते हैं। लेह में आप बौद्ध धर्म से सम्बंधित हेमिस मठ, फ्यांग मठ, थिकसे मठ और लामायुरू मठों को देख सकते हैं।
अगर आप जुलाई के समय यहां की यात्रा (Travel In July) कर रहें हैं तो आपको भी यहां के हेमिस महोत्सव का आनंद अवश्य लेना चाहिए। जब भी आप इन मठों में शांति की खोज के लिए प्रवेश करेंगें तो आपको junipar kee khushboo मंत्रमुग्ध कर देगी। इस सौम्य खुश्बू की सुंगध लेते हुए मठों की भीतर अनेक लाल रंग के वस्त्र धारण किए बौद्ध भिक्षु नजर आएंगे। यहां पर आपको सजावट के तौर पर लाल, पीले, और नीले रंग के झण्डे मिल जाएंगे।

निष्कर्ष
बौद्ध धर्म से सम्बंधित अनेक लोकप्रिय स्थानों के विषय में इस लेख में विस्तारपूर्वक बताया गया है। अगर आप भी buddhist temple near me जैसे स्थानों पर घूमना चाहते हैं। तो यह लेख आपकी बहुत मदद कर सकता है। इस लेख से सम्बंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट द्वारा जरूर बताएं।
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