Indian Temples: हिमालय (Himalaya) की खूबसूरत पर्वत मालाओं के बीच बसा, हिंदू धर्म का पवित्र तीर्थ बद्रीनाथ (Badrinath, The Holy Pilgrimage Site of Hindu Religion) छोटे चार धाम यात्राओं (Chhote Chaar Dhaam Yaatraon) में से एक है। इस यात्रा में गंगोत्री-यमुनोत्री (Gangotri-Yamunotri), बद्रीनाथ (Badrinath) और केदारनाथ (Kedarnath) जैसे प्रमुख हिंदू तीर्थ शामिल हैं। आप यहां पर परिवार संग भगवान बद्री के दर्शन (Darshan of Lord Badri) हेतु आ सकते हैं। आज के इस लेख में हमनें बद्रीनाथ के बारें में महत्वपूर्ण जानकारी को आपके लिए कवर किया है। बद्रीनाथ के विषय में अधिक जानने के लिए, हमारें इस लेख को पूरा पढ़े-
बद्रीनाथ मंदिर का इतिहास | Badrinath Temple History
वैष्णवों का पवित्र तीर्थ (Holy Pilgrimage of Vaishnavas) बद्रीनाथ अपने धार्मिक महत्व के कारण देशभर में अधिक लोकप्रिय है। इस लोकप्रिय धाम की महत्वता के ऊपर बद्रीनाथ मूवी (Badrinath Movie) भी बन चुकी है। आप मूवी के भीतर, बद्रीनाथ भगवान के चित्र (Badrinath God images), बद्रीनाथ मंदिर, और अलकनंदा के दुर्लभ दर्शन कर सकते हैं। बद्रीनाथ धाम का इतिहास कई वर्षो पुराना है। यह मंदिर सर्वप्रथम आदि गुरु शंकराचार्य (Aadi Guru Shankaracharya) के द्वारा बनवाया गया था। बाद में वर्तमान मंदिर को गढ़वाल के राजा (King of Garhwal) ने बनवाया था। यहां पर बहुत से ब्लॉगर (Blogger) और फोटोग्राफर (Photographer) आते हैं जो कि बद्रीनाथ मंदिर की तस्वीरें (Badrinath Temple photos) क्लिक करने के लिए यहां पर रुकते हैं।
बद्रीनाथ और केदारनाथ कहां है? | Where is Badrinath and Kedarnath
भगवान विष्णु का प्रिय धाम बद्रीनाथ (Badrinath, Favorite Place of Lord Vishnu) उत्तराखण्ड के चमोली में मौजूद है। बद्रीनाथ की ऊंचाई (Badrinath height) लगभग 3,100 मीटर है। यहां से रूद्रप्रयाग में भारत के 12 ज्योतिर्लिंग (12 Jyotirlingas of India in Rudraprayag) में से एक स्थित है। यहां पर मौजूद शिवलिंग श्री केदार एकादश ज्योतिर्लिंग (Shivlinga Shri Kedar Eleventh Jyotirlinga) के नाम से प्रसिद्ध है यह पवित्र धाम, उत्तरी भारत में पवित्र तीर्थस्थलों (Holy Pilgrimage Sites in Northern India) में से एक है। जो कि समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर (Banks of Mandakini River) औजूद है। इस पवित्र भूमि को केदार खंड (Kedar Khand) के नाम से जाना जाता है।
बद्रीनाथ धाम यात्रा | Badrinath Dham Yatra
हिंदू धर्म के सबसे पुराने तीर्थों (Oldest Pilgrimage Sites of Hinduism) में शामिल बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) या बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) हिंदू धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण पवित्र स्थान है। यह पवित्र धाम नर और नारयण की पवित्र पर्वत श्रृंखलाओं (Sacred Mountain Ranges of Nar and Narayan) में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है। इस धाम के पास का प्राकृतिक वातावरण बहुत ही खूबसूरत है। साथ ही यह धाम 10,279 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर के पृष्ठभूमि में बर्फ से ढके सुंदर पहाड़ मौजूद हैं। यह मंदिर धार्मिक महत्व के अलावा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह पवित्र धाम 108 दिव्यदेश (Holy Dham 108 Divyadesh) पवित्र स्थलमें से एक है। इस धार्मिक स्थान का महत्व चार धाम यात्रा के कारण और भी बढ़ जाता है।
बद्रीनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था? | Who Built Badrinath Temple
वर्तमान पवित्र हिंदू तीर्थ बद्रीनाथ धाम की स्थापना (Establishment of Hindu Pilgrimage Badrinath Dham) के विषय में जानकारी प्राप्त होती है। कि इस वर्तमान मंदिर का निर्माण 16 वीं शताब्दी में गढ़वाल के राजा ने करवाया था। अन्य जगहों पर मंदिर के निर्माण के विषय में यह भी कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण आदि गुरु शंकराचार्य (Aadi Guru Shankaracharya) ने 8वीं शताब्दी में करवाया था। इस मंदिर में पूजा की व्यवस्था दक्षिणी राज्य केरल के पुजारियों द्वारा की जाती है।
बद्रीनाथ शिवलिंग | Badrinath Shivling
नर और नारायण पर्वत (Nar and Narayan Mountains) के बीच सुशोभित बद्रीनाथ मन्दिर में भगवान विष्णु को “बद्रीनारायण” के रुप में पूजा जाता है। साथ ही मंदिर के मुख्य मण्डप में श्री हरि का 1 मीटर लंबा शालिग्राम (Shaligram) स्थित है। इस मंदिर में नारायण की पूजा अर्चना शालिग्राम के रुप में करी जाती है। इस मंदिर के विषय में मान्यता यह है कि आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में पास ही स्थित नारद कुण्ड (Narad Kund) से निकालकर इस शिला रूपी भगवान नारायण को स्थापित किया था।
बद्रीनाथ किस नदी पर स्थित है? | Badrinath Situated in Which River
बद्रीनाथ अथवा बद्रीनारायण मन्दिर देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जनपद में अलकनन्दा नदी के तट (Banks of Alaknanda River in Chamoli District of Uttarakhand) पर स्थित है। भगवान विष्णु का पवित्र धाम नर और नारायण नाम की 2 पर्वत श्रृंखलाओं के बीच में स्थित है। इस भूमि को अलकनंदा की पावन धारा सीचती हुई आगें बढ़ती है। यह नदी बद्रीनाथ में अपने प्रचण्ड वेग से बहती हुई देखी जाती है। साथ ही यह बद्रीनाथ की विशाल जैव विविधता को भी संरक्षित (Vast Biodiversity of Badrinath is Also Protected) करती है।
बद्रीनाथ मंदिर भगवान का नाम (Badrinath temple god Name)
चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) का अभिन्न अंग बद्रीनाथ धाम में भगवान विष्णु बद्री रूप में विराजमान है। यहां आने वाले श्रृद्धालुओं को भगवान बद्री जीवन के बाद सभी कष्टो से मुक्ति प्रदान करते हैं। साथ ही यह पवित्र हिंदू मंदिर (Holy Hindu Temple) वर्ष में 6 माह के लिए खुलता है तथा 6 माह शीतकालीन ऋतु में बंद रखा जाता है।
बद्रीनाथ धाम खुलने तथा बंद होने की तारीख
श्री हरि नारायण विष्णु के पवित्र तीर्थ (Holy Shrine of Shri Hari Narayan Vishnu) के दर्शन वर्ष 2024 में करने के लिए, आपका यह जानना बेहद आवश्यक है कि, बद्रीनाथ कपाट खुलने की तारीख 2024 (Badrinath opening date 2024) में 12 मई 2024 है। यह धाम प्रात: 6 बजे पूरे विधि-विधान से खोला जाएगा। और बद्रीनाथ मंदिर के बंद होने की तारीख 06 नवंबर 2024 को घोषित की गयी है।
बद्रीनाथ किस लिए प्रसिद्ध है?
बद्रीनाथ में घूमनें के लिए (To visit in Badrinath), बद्रीधाम के अतिरिक्त अन्य शीर्ष आकर्षण (Other Top Attractions Besides Badridham) मौजूद हैं। यहां पर आप प्राकृतिक सौंदर्य (Natural Beauty), और अनेक धार्मिक स्थान हैं-
बद्रीनाथ में शीर्ष आकर्षण | Top Attractions in Badrinath
- श्री बद्रीनाथ जी मंदिर (Shri Badrinath Ji Temple)
- वसुधारा जलप्रपात (Vasudhara Falls)।
- सरस्वती नदी (Saraswati River)।
- ब्रह्म कपाल (Brahma Kapal)।
- भीम पुल (Bhima bridge)।
- तप्त कुंड (Hot pool)।
- व्यास गुफा (Vyas Cave)।
- गणेश गुफा (Ganesh cave)।
सारांश
अध्यात्म के इस सफर (Journey of Spirituality)की शुरूआत उत्तराखण्ड राज्य के हरिद्वार (Haridwar) और ऋषिकेश शहर (Rishikesh Cities of Uttarakhand State) से होती है। इसे देवभूमि का पवित्र द्वार (Holy Gate of Devbhoomi) भी कहा जाता है। साथ ही आप यहां से बद्रीनाथ की यात्रा (Trip to Badrinath) के लिए बढ़ सकते हैं रास्ते भर आपको खूबसूरत दृश्य (Beautiful Views), घाटियां (Valleys), झरने (Waterfalls), सीढ़ीदार खेत (Terraced Fields) आदि देखने को मिलते हैं। आज के इस लेख में हमनें बद्रीनाथ के विषय में विस्तार से महत्वपूर्ण जानकारी (Important Detailed Information About Badrinath) का संग्रह किया है। जो कि आपके बद्रीनाथ की यात्रा (Trip to Badrinath) के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
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FAQ
- बद्रीनाथ इतना प्रसिद्ध क्यों है?
- भगवान हरि नारायण के 108 दिव्य देशम अवतारों में से एक बद्रीनाथ धाम का हिंदू पवित्र तीर्थ स्थलों में विशेष महत्व है। साथ ही यह मोक्ष के लिए प्रसिद्ध है।
- बद्रीनाथ कौन से देवता हैं?
- इस पवित्र स्थान पर स्वंय भगवान विष्णु विराजमान हैं।
- बद्रीनाथ वीआईपी दर्शन टिकट की कीमत क्या है?
- वीआईपी शुल्क की कीमत प्रति व्यक्ति 300 रुपये है।
- बद्रीनाथ जाने के क्या फायदे हैं?
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन मात्र से जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल जाती है।
- बद्रीनाथ से क्या खरीदना प्रसिद्ध है?
- आप बद्रीनाथ की यात्रा के समय स्मृति चिन्ह के रुप में ऊनी वस्त्र, स्थानीय हस्तशिल्प, जड़ी-बूटी, फल-फ्रूट, सजावटी सामान आदि की खरीददारी कर सकते हैं।
- बद्रीनाथ के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य क्या हैं?
- भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम 4 धामों की यात्रा में से एक है।
- बद्रीनाथ का प्रसिद्ध भोजन क्या है?
- भगवान को भोग लगने वाला यहां का प्रिय शाकाहारी भोजन दाल मखनी, सरसों का साग, चना मसाला, पालक पनीर और मिश्रित सब्जी है।