जानिए आपके घर और ऑफिस के वातावरण को शुद्ध रखने वाले Zz Plants की खासियत

Related Articles

Zz Plants: ज़मीओकुलकस (Zamioculcas) एक फूलों वाला (Flowering Plants) पौधा है। जिसे सामान्य भाषा में लोग (Zz Plant) भी कहते हैं। इसकी ज़न्ज़ीबार जेम (Zanzibar Gem) नाम से भी एक अलग ही पहचान है। यह खूबसूरत पौधा अरेसी (Araceae) परिवार का हिस्सा है। इसका वैज्ञानिक नाम ज़मीओकुलकस ज़मीफ़ोलिया (Zamioculcas Zamiifolia) है। 

जेड-जेड प्लान्ट (Zz Plant) एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार पौधा है। जो वर्ष भर हरा-भरा रहता है। यह पौधा लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसका इस्तेमाल जड़ी-बूटी (Jadi- Booti) की तरह भी किया जाता है। छोटे से साइज वाला ज़न्ज़ीबार जेम (Zz Plant) अक्सर लोग अपने घरों में साज-सज्जा और सकारात्मक वातावरण (Positive Environment) को बनाएं रखने के लिए करते हैं। 

Zz Plant की पहचान  

ज़ेडज़ेड प्लान्ट (Zz Plant) फूल वाले पौधे की एक किस्म है। फूल वाले पौधे की किस्म होने के बावजूद इस प्लान्ट पर न के बराबर फूल देखने को मिलते हैं इसकी पहचान का सबसे आसान तरीका यह है, कि इसकी जडे़ एक गोलकार कंद के रूप में मिट्टी से बाहर नजर आती है। जिनमें पौधे के लिए जल स्टोर रहता है। साथ ही इसकी मोटी चमकीले हरे रंग की पत्तियां गोल और चौड़ी होती हैं। इसकी पत्तियां 40-60 सेमी लंबी हो सकती हैं। इसकी अद्भुत सहनशीलता के कारण लोगों के बीच यह इनडोर पॉट प्लांट (In door) और ऑफिस (Office) के लिये एक बेहतरीन पॉट प्लांट बन गया है।   

ZZ plants
Image Credit: Pexels
  • सामान्य ऊंचाई: 60-80 से की। 
  • जलवायु: उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय जलवायु। 
  •  स्थान: ड्राई मिट्टी, कम से कम नमीं, अतिरिक्त जल निकास वाला गमला। 
  •  फूल: बहुत कम। 

नामों की बेहतरीन सूची

यह पुष्पीय पौधा केन्या, क्वाज़ुलु-नटाल, मलावी , मोज़ाम्बिक , तंजानिया और ज़िम्बाब्वे के साथ ही पूर्वी अफ्रीका का मूल निवासी है। इस औषधीय गुणों से भरपूर पौधे को  ज़ांज़ीबार रत्न , ज़ेडज़ेड पौधा (ZZ Plant) , ज़ुज़ु पौधा , थायरॉइड पाम , अनंत काल का पौधा और पन्ना पाम जैसे अन्य नामों से पहचाना जाता है। यह एक बहुत सीधा-साधा पौधा है, जो कि अपने मालिकों से अपने लिए किसी अतिरिक्त केयर  की मांग नहीं करता है। वर्ष भर यह पौधा हरा-भरा रहता है। साथ ही इस पौधे पर सुदंर फूल भी लगते हैं। आज के समय में लोग इस पौधे को ऑफिस, स्कूल, घर और अन्य जगहों पर लगाना पसंद करते हैं। 

Zz Plant प्लांट टाइप

जेड़-जेड़ प्लांट की कुछ बेहतरीन किस्में निम्न हैं –

रेवेन | Raven

आज के समय में जेड़-जेड़ प्लांट की अनेक किस्में मौजूद हैं। लेकिन रेवेन प्लांट की बढ़ती मांग ने इसे सबसे ट्रेंडी हाउसप्लांट (Trendy Houseplants) बना दिया है। 

इस पौधे की पत्तियाँ बैंगनी (बैंगनी-मैरून) और काफी डार्क होती हैं जिस कारण इसका रंग कम रोशनी में काला भी दिखाई देता है। अन्य जेड़-जेड़ हाउसप्लांट की तरह यह भी कम रखरखाव वाला हाउसप्लांट (Low-Maintenance Houseplant) है। 

ZZ plants raven
Image Credit: Pexels

लकी वेरीगेटेड / वेरीगेटेड एलिफेंट बुश प्लांट | Lucky Variegated / Variegated Elephant Bush Plant

लकी वेरीगेटेड प्लांट को, वेरीगेटेड एलिफेंट बुश प्लांट, और  वेरीगेटेड लकी ​​जेड प्लांट के नाम से भी लोकप्रियता हासिल है। यह पौधा छोटी-छोटी पत्तियों वाला पौधा होता है। जो कि देखने में किसी झाड़ी जैसा दिखता है। अगर इस पौधे को पर्याप्त प्रकाश न मिलें, तो इसकी पत्तियों का रंग पीला (Yello Leafs) पड़ जाता है। यह छोटा सा पौधा इनडोर (Indoor) और आउटडोर गार्डनिंग (Outdoor Gardening) के लिए मशहूर है।

Lucky Variegated / Variegated Elephant Bush Plant
Image Credit: Google

ज़मीक्रो | Zmicro

ज़मीक्रो का आकार छोटा होता है साथ ही इसका तना गूदेदार या डंठल युक्त होता है।  इसकी पत्तियां रसीली और छोटी तथा चौडी़ होती हैं। इसलिए इसे पौधे को जेड़-जेड़ प्लांट का बौना संस्करण भी कहा जाता है।

zmicro
Image Credit: Pexels

पौधों को पानी की आवश्यकता 

ज़न्ज़ीबार जेम को अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए ध्यान दें कि जब तक पौधे की मिट्टी में 3इंच तक पानी न सूख जाए। तब तक पौधे को अतिरिक्त पानी न दें अन्यथा ज्यादा पानी के कारण इसकी जडे़ सड़ सकती हैं। अगर इसकी पत्तियां अधिक मात्रा में झड़ रहीं हैं या पीली पड़ रहीं हैं तो आपको इसे कुछ पानी देना चाहिए।

ज़ांज़ीबर रत्न को स्वस्थ रखने के उपाय

  • जेड़जेड़ प्लांट (Zz Plant) को हल्की धूप की आवश्यकता होती है। इसलिए इसे घर के भीतर जीवित रखने के लिए आपको हल्की धूप या रोशनी वाले स्थान का चुनाव करना चाहिए। 
  • अगर आप इसे अंडर-स्टोरी फिलर या बॉर्डर के रूप में लगाना चाहते हैं तो यह सुनिश्चित करें, कि उस स्थान पर धूप और हवा की स्थिति क्या है। 
  • ज़न्ज़ीबार जेम को न के बराबर पानी देना चाहिए। इसे कभी भी आवश्यकता से अधिक पानी न दे। अधिक पानी से इसकी जड़ सड़ सकती हैं। 
  • अगर आप के घर या आफिश के भीतर रोशनी नहीं आती, तो यह सुनिश्चित अवश्य करें, कि आप अपने प्लांट को सुबह-शाम की हल्की धूप लेने के लिए बालकनी या धूप वाले स्थान पर रखें। 
  • पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए इसे अच्छा उर्वरक भी दें। 

साज-सज्जा के लिए बेहतरीन 

आज के समय में लोग दिखावा और सजावट के लिए भी पौधों (Decorative Plants) को अपने घर के भीतर और बाहर लगाना पसंद करते हैं। वहीं कुछ लोग पौधों को अपने व्यवसाय वाली जगहों जैसे ऑफिस, रेस्तरां, होटल, रिसेप्सन डेस्क आदि जगहों पर लगाते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं ज़ेडज़ेड पौधे को लगाने के बाद भलें ही उसकी ज्यादा देखभाल की आवश्यकता नहीं हैं। फिर भी यह खूबसूरत दिखता पौधा काफी जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके अदंर कैल्शियम ऑक्सालेट विषाक्तता जैसे लक्षण उत्पन्न करने वाला रसायन मौजूद होता है। इसलिए इस पौधे को आप भलें ही सजावट के लिए लगा रहें हैं लेकिन इसकी पहुंच बच्चों और बेजुबान जानवरों की पहुंच से दूर होनी चाहिए। 

सारांश

दुनियां में बहुत से अजीबोगरीब चीजें मौजूद हैं चाहें वे इंसान द्वारा बनायी गयी हो, या स्वत: प्रकृति ने बनायी हो। आज के इस लेख में हम ऐसे ही पौधे के बारें में विस्तारपूर्वक जानकारी लाएं हैं जो कि प्रकृति का एक तोहफा है। जेड-जेड प्लान्ट (Zz Plant) असल में जितना खूबसूरत है उतना ही खतरनाक भी है क्योंकि यह पौधा सामान्य पौधों की तुलना में जहरीला होता (Poisonous Plant) है। ऐसी ही मजेदार जानकारी के लिए हमारे लेख पढ़ते रहें। 

और पढ़े-

जानिए Nepalese Food के 10 सीक्रेट तरीके और उनकी स्पेशलिटी

FAQ

  • क्या जेड-जेड पौधे को किसी भी तरह की मिट्टी में उगाया जाता है?  
  • जी हाँ, आप किसी भी तरह की मृदा को जेड-जेड पौधा लगाने के लिए इस्तेमाल में ले सकते हैं। 
  • पालतू जानवरों के लिए जेड-जेड प्लान्ट कैसा हैं?
  • ज़ेडज़ेड पौधे की बात की जाएं, तो यह जानवरों के लिए विषैला साबित होता है। इसकी पत्तियों के सेवन मात्र से यह उल्टी-दस्त, जैसे  कैल्शियम ऑक्सालेट विषाक्तता के लक्षण पैदा कर सकता है। इसलिए, अपने जानवरों को इसकी पहुंच से पूरी तरह से दूर रखें। 

More on this topic

Comments

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular stories