New Delhi India: इंडिया गेट नई दिल्ली (India Gate New Delhi) की शान है जो कि शहीद सैनिको (Martyred Soldiers) की स्मृति में दिल्ली के राजपथ (Highway) के किनारे बनाया गया था। इस गेट की आधारशिला या नींव 1921 में रखी गयी थी। इस गेट का उद्घाटन भारतीय वायसराय लॉर्ड इरविन (Inaugural Indian Viceroy Lord Irwin) ने की थी। इस शानदार गेट की तुलना फ्रांस (France) के आर्क डी ट्रायम्फ (Arc De Triomphe) से की जाती है। इस विशाल संरचना की ऊंचाई 42 मीटर है। इसे सर एडविन लुटियंस ने डिजाइन (Edwin Lutyens Designed) किया था। आज के समय यह भारत का सबसे बड़ा युद्ध स्मारक (India’s Largest War Memorial) है जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि (Tribute To Martyrs) देने के लिए अमर ज्योति (Immortal Light) भी हमेशा जलती रहती है। सरकार द्वारा इस द्वार का समय-समय पर रेनोवेशन (Renovation) भी करवाया जाता है।
इस दरवाजे को पहले विश्व युद्ध (First World War) और तृतीय आंग्ल-अफगान युद्ध (Third Anglo-Afghan War) के दौरान मारे गए 82,000 भारतीय और ब्रिटिश सैनिकों (Indian and British Soldiers) को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने के लिए बनवाया गया था। इस द्वार पर 13,300 सैनिकों के नाम भी अंकित हैं। यह द्वार अपनी वास्तुकला (Architectural) और ऐतिहासिक (Historical) महत्व के कारण देशभर में लोकप्रिय है।
क्या है इस गेट का महत्व
इस शानदार स्मारक (Memorial) का निर्माण आजादी से पहले 1921 में शुरू हुआ था, और यह युद्ध में मारे गये अंग्रेज और भारतीय सैनिकों के बलिदान को इतिहास में अमर करने के लिए भी जाना जाता है। हांलाकि द्वार पर केवल 13,300 लोगों के नाम ही अंकित हैं। इतिहासकरों का मानना यह भी है कि युद्ध के बाद कुछ सैनिकों की पहचान नहीं हो पायी जिस कारण उनका नाम इस द्वार पर अंकित नहीं हैं। परंतु फिर भी यह उन सभी सैनिकों को सम्मान देता हुआ आज भी खड़ा है।
अमर जवान ज्योति क्यो नहीं बुझती
विशाल इंडिया गेट (Vishal India Gate) के नीचे काले रंग के संगमरमर (Black Marble) के द्वारा तैयार एक छोटी सी जगह, जिसके भीतर हमेशा अग्नि प्रज्वलित (Kindle a Fire) होती है। जिसे अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) के नाम से जाना जाता है। इस ज्योति को वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan War) और बाग्लादेश मुक्ति युद्ध (Bangladesh Liberation War) में शहीद सैनिकों के बलिदान को सम्मान देने के लिए जलाया गया था। तब से यह ज्वाला निरंतर प्रज्वलित हो रही है।
आप काली कब्र जैसी संरचना (Black Tomb Structure) पर एक सैनिक का हेलमेट (Soldier’s Helmet) और उलटी L1A1 सेल्फ-लोडिंग राइफल (Inverted L1A1 Self-Loading Rifle) को भी देख सकते हैं। देश के प्रधानमंत्री (Prime Minister) और राष्ट्रपति (President Of The Country) भी इस जगह आकर अपना सम्मान शहीदों के प्रति व्यक्त करते हैं। अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) या लौ (Flame) की निगरानी देश की सेना के द्वारा निरंतर की जाती है।
पहुँचने के लिए कैसे करें
नई दिल्ली (New Delhi) में मौजूद इंडिया गेट (India Gate) तक पहुंच को आसान बनाने के लिए, आधुनिक युग में स्वाचालित मेट्रो (New Delhi Metro) से आप सफर का आनंद ले सकते हैं। मेट्रो के बाहर जाकर आप अपनी सुविधानुसार टैक्सी, ओटो और अन्य व्हीकल का चुनाव कर सकते हैं। सफर को और मजेदार बनाने के लिए देश भक्ति गीत को हैडफोन के माध्यम से सुन सकते हैं। स्मारक की सुरक्षा हेतु आपकों निजी वाहन को स्मारक के भीतर प्रवेश की अनुमति नहीं है।
नई दिल्ली में रात के समय इंडिया गेट तक सैर-सपाटे
अगर आप भी रात की खूबसूरती को अधिक पसंद करते हैं तो आपको भी रात के समय दिल्ली की व्यस्त सड़को (Busy Roads of Delhi) से होते हुए, इंड़िया गेट की ओर अवश्य जाना चाहिए। यहां पर आप सुकून से बैठकर, एक सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) और देशभक्तों के बलिदान के जज्बे (Spirit of Sacrifice of Patriots) को अपने दिल में महसूस कर सकते हैं। सूर्यास्त के समय इंडिया गेट (Sunset in India Gate) का नजारा देखने योग्य होता है। अगर आप 5 बजे के करीब गेट की तरफ रूख कर रहें हैं तो ध्यान दें कि आप सूर्यास्त (Sunset) को बिल्कुल भी मिस न करें।
इंडिया गेट पर क्या करें
भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ के पास बना इंडिया गेट (India Gate) लोगों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है। क्या आपको पता है कि आप इंडिया गेट के पास क्या-क्या कर सकते हैं अगर नहीं तो नीचे दिए गये तथ्यों पर गोर अवश्य करें-
परिवार संग ले क्वालिटी टाइम का मजा
इंडिया गेट वाली पृष्ठभूमि (India Gate Background) में आप आराम से परिवार के साथ जीवन के हसीन लम्हों का आनंद ले सकते हैं। पिकनिक (Picnic) और सिंटिंग गेम (Sitting Game) का भी लुत्फ उठाया जा सकता है।
एक खूबसूरत शाम की सैर
अगर आप भी दिल्ली में इंडिया गेट (India Gate in Delhi) के करीब रहते हैं। तो सुबह और शाम के समय आपको इंडिया गेट को सम्मान (Respect to India Gate) देने के लिए अवश्य जाना चाहिए। क्योकि यह शहीद (Martyr) हुए सैनिकों की स्मृति में बनवाया गया है। साथ ही आप सूर्यास्त के मनमोहक दृश्य (Beautiful Sunset View) को भी देख सकते हैं।
चटपटी कचौरी और समौसे के साथ इंडिया गेट की सैर
शहीदों की स्मृति में बनें इंडिया गेट के करीब आपको कई स्ट्रीट विक्रेता मिल जाएंगें। जो आपको स्वादिष्ट कचौरी (Kachori), समौसा (Samosa) और मोमोज (Momos) जैसे व्यंजनो के लिए ललचाएंगें। गर्मियों के मौसम में आप इंडिया गेट (India Gate in Summer Season) पर आइसक्रीम (Ice Cream), चुस्की (Drinks) और कोलड्रिंक (Cold Drinks) जैसी चीजों का भी मजा लें सकते हैं।
चिल्ड्रेन पार्क है बैठने के लिए सबसे बढ़िया
आप भी कुछ देर पेड़ की छांव में बैठकर इस भव्य गेट को दूर बैठकर निहारना चाहते हैं तो आपको इंडिया गेट के पास बनें चिल्ड्रन पार्क (Children’s Park) में जाना चाहिए। इंडिया गेट की पृष्ठभूमि वाला यह पार्क (Children’s Park with the Backdrop of India Gate) बच्चों और बड़ो के लिए एक बढ़िया स्थान है।
दिल्ली के इंडिया गेट को घूमनें का बेहतरीन समय
वैसे तो आप दिल्ली में घूमनें के लिए (Delhi Mein Ghoomanen Ke Liye) वर्षभर आ सकते हैं। परंतु दिल्ली का तापमान गर्मियों में सबसे अधिक और सर्दियों में अधिक सर्दी होती है। बिना मानसून की बारिश मौसम को रोमांटिक (Romantic) और सुहावना (Pleasant) बनाती है। फरवरी से मार्च (February to March) के समय में दिल्ली एक्सप्लोर (Delhi Explore) करने के लिए एक बढ़िया समय है।
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) और गणतंत्र दिवस (Republic Day) को इंडिया गेट (India Gate) को भव्य तरह से सजाया जाता है। रात्रि के समय रंग-बिरंगी लाइट्स इंडिया गेट को और भी आकर्षक बनाती हैं।
सारांश
शहीदों के इस पवित्र स्मारक (Sacred Monument) की सैर कर आपकों कैसा अनुभव हुआ, अपने दोस्तों और करीबियों के साथ अवश्य ही शेयर करें। आज के इस लेख में हमनें इंडिया गेट (India Gate) के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी को आपके साथ शेयर किया। अगर आप भी भविष्य में इंडिया गेट की यात्रा (Visit to India Gate) करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत ही उपयोगी होगी।
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