Manipur: मणिपुर का इतिहास

Related Articles

अगर आप भी अपने परिवार के साथ कही घूमने का plan बना रहे है तो प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण (Manipur) मणिपुर आपके गतंव्य के लिए एक अच्छा विकल्प हैं। यहां पर बहुत सुन्दर वन , झरनें, नदियां, पर्वतीय चोटियां और सुन्दर घाटियां मौजूद हैं। जहां का दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। यहां की घाटियों में कई दुर्लभतम वनस्पतियां, जीव-जंतु और सुन्दर-सुन्दर फूल पाए जाते हैं। जो इस जगह की सुन्दरता को चार चांद लगाते है। मणिपुर में घूमनें के लिए अनेको दर्शनीय स्थान मौजूद हैं

History of Manipur | मणिपुर का इतिहास

मैतै (Maitai) जनजाति के लोग यहां के मूल निवासी (Native) हैं, जो यहाँ की घाटियों  (Valleys) में निवास करते हैं। इनकी मूल भाषा मेइतिलोन (मणिपुरी) हैं। सन् 1992 को भारत के संविधान (Constitution) की आठवीं अनुसूची (Schedule) में इस भाषा को स्थान दिया गया।

यहाँ के पहाड़ी क्षेत्रों में नागा (Naga) व कुकी (kukee)जनजाति के लोग निवास करते हैं। मणिपुर (Manipur) को भारत देश के ”आभूषणों की भूमि” के नाम से भी जाना जाता है भारत देश की स्वतंत्रता से पहले यह एक रियासत हुआ करती थी, और स्वतंत्रता (Freedom) के बाद यह भारत का एक केंद्रशासित (Union Territory) राज्य बन गया है। यहा नागा व कुकी की लगभग 50 से 60 जनजातियां निवास करती है।

Tourism Important Place  | पर्यटन की दृष्टि महत्वपूर्ण स्थान

पर्यटन (Sightseeing) और प्राकृतिक संसाधन (Natural Resources) की दृष्टि से यह राज्य महत्वपूर्ण है। यहा पर सुन्दर चाय के बगान ( Tea Gardens) और धान के खेत (Paddy Field)  पाए जाते है। यहां की प्राकृतिक छटा पर्यटकों को मंत्रमुग्ध (Mesmerized) करती है। यहां के क्षेत्रीय निवासी कला व संगीत में प्रवीण और प्रकृति प्रेमी होती है।

यहां रंग-बिरंगे फूल और दुर्लभतम वनस्पतियां पायी जाती है। यहां के ऊंचे-ऊंचे झरनें और बड़े-बड़े वृक्षों से परिपूर्ण मनोरम दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। यहां पर सुंदर-सुंदर घाटियों को चारों तरफ से ऊंची-ऊंची पहाडिय़ो ने सुरक्षा प्रदान की है। यह जगह रोमांच से भरपूर है। यहां देश-विदेश से घूमनें के लिए कई पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।

Why Manipur is Called Orchid Basket | मणिपुर को ऑर्किड बास्केट क्यों कहा जाता है

यहां की लोकटक झील एक महत्वपूर्ण झील है। जिसमें कई दुर्लभतम जलीय जीव-जंतु और वनस्पतियां पायी जाती है। इस राज्य की कला व संस्कृति विश्वभर में अपनी अलग पहचान के लिए जानी जाती है। ‘ऑर्किड बास्केट’ के नाम से भी मणिपुर को जाना जाता है। यहां ऑर्किड की लगभग 500 प्रकार की दुर्लभ पुष्प प्रजातियां पाई जाती हैं।

यहां की शिरोइ पहाड़ियों में एक विशेष प्रकार का फूल शिरोइ लिली पाया जाता है। यह फूल पूरे विश्व में सिर्फ भारत के राज्य मणिपुर में ही पैदा होता है। यह खास तरह का लिली मानसून के महीने में पैदा होती है। इसको सूक्ष्मदर्शी से देखने पर इसमे सात तरह के रंग दिखाई देते हैं।

पर्यटकों के लिए यहां घूमनें के लिए कई आकर्षक स्थान है। यहां के मनोहर प्राकृतिक दृश्यों, में दुर्लभतम फूल-पौधे, निर्मल और स्वच्छ वन, चांदी सी चमचमाती नदियाँ, पहाड़ियों पर दूर-दूर तक छाई हरियाली शामिल है।

Places to Visit in Manipur | मणिपुर में घूमनें लायक जगहें

यहां भ्रमण योग्य कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थान मौजूद है, जो पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यहां का श्री गोविंद जी मंदिर, खारीम बंद बाजार , (इमा कैथल) युद्ध कब्रिस्तान, शहीद मीनार, नुपी सान (महिलाओं का युद्ध) मेमोरियल कॉम्लेार क्सा, खोंघापत उद्यान, लोकटक झील, कीबुल लामजो राष्ट्रीय उद्यान, विष्णुपुर स्थित विष्णु मंदिर, सेंड्रा, मोरेह सिराय गाँव, सिराय की पहा‍ड़ियाँ, डूको घाटी, राजकीय अजायबघर, कैना पर्यटक निवास, खोंगजोम वार मेमोरियल आदि मणिपुर के बेहतरीन में घूमने की जगहों में से आदर्श स्थान है।

Local Business | स्थानीय लोगों का व्यवसाय

मणिपुर के लोग बहुत ही मेहनती और सृजनशील होते है। इनके द्वारा तैयार खादी व दस्तकारी के उत्पादों की विश्वभर में मांग रहती है।मणिपुर को प्रकृति ने अपने अद्भुत और बेहतरीन उपहारों से सुसज्जित किया है। यहां पर विभिन्न तरह के सुन्दर दृश्यों के कारण इसे ‘भारत का आभूषण’ व ‘पूरब का स्विट्जरलैंड’ जैसे अनेक नामों से पुकारा जाता है।यहां आदिवासी जनजाति के लोगों की जीवका के मुख्य स्त्रोतों में कुटीर उद्योग एक महत्वपूर्ण योगदान निभाता है।

यह उद्योग प्राचीन समय से यहां फल-फूल रहा है। आप जब भी यहां घूमनें आए तो आपको यहा से स्थानीय लोगों द्वारा तैयार वस्तुओं की खरीददारी जरूर करनी चाहिए।

Famous Dishes of Manipur | मणिपुर के प्रसिद्ध व्यंजन

यहां के लोकप्रिय व्यजंनों में अलु कांगमेट , एरोम्बा ,नगा-थोंगबा ,छगेम पोम्बा ,सिंगजू ,चक-हाओ खीर ,पाकनाम ,पेरुक कांगसू ,मोरोक मेटपा ,मारोई थोंगबा ,उटी थोंगबा ,चम्फुट ,सना थोंगबा ,चामथोंग आदि शामिल है। जिन्हें यहां के स्थानीय निवासी और आने वाले पर्यटक भी बड़े आनंद से खाते है।

Major Festivals of Manipur | मणिपुर के प्रमुख त्यौंहार

यहां की नागा जनजातियों द्वारा लुइ-नगाई-नी नाम का यह उत्सव बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। यह त्योहार मानसून के आने पर और बीज बोने के उपलक्ष्य में बड़े आनंद के साथ मनाया जाता है। यह नागा समुदाय के लिए एक नववर्ष के समान है। यहां पर गान-नगाई (Gaan-Ngai) ,याओसांग (Yaosang), चैराओबा त्यौहार जैसे और भी गयी स्थानीय उत्सव भी मनाए जाते हैं।

How to Reach Manipur | मणिपुर कैसे पहुंचे

मणिपुर की राजधानी इंफाल (Imphal The Capital of Manipur) से निकटतम रेलवे स्टेशन, नगालैंड (Nagaland) राज्य के दीमापुर (Dimapur)  शहर में है, जिसकी दूरी लगभग 200 किमी है। दीमापुर , रेलवे स्टेशन देश के लगभग सभी क्षेत्रों से अच्छी तरह जुड़ा है। दीमापुर से राज्य परिवहन और निजी बसो द्वारा भी इम्फाल पहुंच सकते है। दीमापुर NH39 द्वारा जुडा़ है। जो कि इसे देश के अनेक राज्यों से जोड़ता है।

Best Time to Visit Manipur | मणिपुर घूमनें का सबसे अच्छा समय

अगर आप भी मणिपुर घूमनें की प्लानिंग कर रहे है, तो मणिपुर घूमनें का आदर्श समय अक्टूबर से मार्च के बीच ही है। क्योंकि यह समय यहां की सुन्दर वादियों का दीदार करने के लिए बहुत अच्छा है। वैसे तो यहां का मौसम बेहद सुहावना रहता हैं। लेकिन फिर भी आपको मानसून के समय यहां की यात्रा करने से बचना चाहिए। क्योंकि यहां मानसून के समय भारी वर्षा होती है। जिसके कारण आपको यात्रा के समय मुसीबत हो सकती हैं।

निष्कर्ष | Manipur in India

इस आर्टिकल में हमनें मणिपुर (Manipur in India In Hindi) के बारे में विस्तृत तरह से बताया हैं, जो यात्रा को सरल और सुगम बनाने में आपकी बहुत मदद करेगा। हमें आशा है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।

Manipur in India से संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं और इस आर्टिकल को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।

और पढ़े-

More on this topic

Comments

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular stories