Gurudwara Near Me: देश की Capital Delhi न सिर्फ घूमने, देश की इकॉनोमी, फूड और फैशन जैसी चीजों के लिए ही मशहूर नहीं है। बल्कि यहां पर सभी धर्मों के धार्मिक तीर्थ स्थल (Religious Pilgrimage Sites of Delhi) भी मौजूद हैं। परंतु आज हम केवल सिख धर्म से सम्बंधित पवित्र तीर्थस्थलों पर बात करेंगे। अगर आप भी Gurudwara Near Me की तलाश कर रहे हैं तो इस लेख को पूरा पढे़। क्योंकि इस लेख में हम गुरूद्वारे से जुडी़ महत्वपूर्ण जानकारी को आपके साथ शेयर करेंगे।
दिल्ली के फेमस गुरूद्वारा | Historical Gurudwaras in Delhi
भारत की राजधानी (India’s capital) अपने अंदर अनेक प्रकार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण (Conservation of cultural and historical heritage) करती है। आप यहां पर अनेक Historical Gurudwara की यात्रा कर सकते हैं।
गुरुद्वारा बंगला साहिब | Gurdwara Bangla Sahib
महाराजा जय सिंह का यह पैलेस (Palace of Maharaja Jai Singh) आज के समय में एक सिख तीर्थ स्थल बन गया है। जहां पर सिखों का वर्षभर जामवाडा़ लगा रहता है। इस गुरुद्वारे में सिख धर्म के 8वें गुरू हर कृष्ण ठहरे थे। इस पवित्र स्थल पर एक विशाल सरोवर मौजूद हैं। जिसके पानी से अनेक तरह के रोग सही हो जाते हैं। इस गुरूद्वारा में एक प्रार्थना कक्ष, अस्पताल, स्कूल और संग्रहालय भी हैं।
Location – अशोक रोड, हनुमान रोड क्षेत्र, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली, दिल्ली – 110001
गुरुद्वारा सीस गंज साहिब | Gurdwara Sis Ganj Sahib
यह सिख धर्म के 9वें सिख गुरू की शहीद स्थली है। इस गुरूद्वारे का निर्माण 1783 में बघेल सिंह ने करवाया था। जब 9वें सिख Guru Tegh Bahadur ने अपना धर्म परवर्तित करने से इंकार किया तो इस स्थान पर 11 नवंबर 1675 को औरंगजेब के आदेश पर सिर काटने की सजा दी गयी थी।
Location – चांदनी चौक रोड, मालीवाड़ा, छत्ता प्रताप, चांदनी चौक, नई दिल्ली, दिल्ली 110006
गुरुद्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर | Gurudwara Baba Banda Singh Bahadur
यह गुरूद्वारा सिखों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है। जहां पर सिख बाबा बंदा सिंह बहादुर जी का जन्म हुआ था। इस जगह पर वैशाखी के दिन मैला लगाया जाता है। जिसमें देशभर से सिख श्रद्धालु आते हैं। 1719 में बाबा बंदा और उनके साथ 40 अन्य सिख की निर्ममता से हत्या कर दी गयी।
Locatin – कुतुब मीनार के पीछे, महरौली गांव, नई दिल्ली – 110016
गुरुद्वारा नानक प्याऊ साहिब | Gurudwara Nanak Pyau Sahib
गुरुद्वारा नानक पियाओ साहिब सिख धर्म का एक पवित्र स्थान हैं जहां पर गुरूनानक ने अपने शिष्य के साथ मिलकर राहगीरों को खाना और पानी पिलाना शुरू किया था। आज के समय में यहां एक पवित्र गुरुद्वारा बनाया गया है। जहां पर नि:शुल्क लंगर की व्यवस्था 24 घण्टे चालू है।
Location – ग्रैंड ट्रंक करनाल रोड, एनएच 1, राणा प्रताप बाग, नई दिल्ली- 110033
गुरुद्वारा मजनू का टीला साहिब | Gurdwara Majnu Ka Tila Sahib
दिल्ली का यह ऐतिहासिक टीला एक मुसलमान व्यक्ति की भक्ति के कारण प्रसिद्ध हुआ। यह टीला यमुना नदी के पास स्थित है। जहां पर Abdullah नाम का एक व्यक्ति प्रभु की भक्ति करते हुए लोगों को फ्री में नदी पार करवाता था। जिस कारण इसे मजनू (पागल) के नाम से पुकारा जाने लगा। उस समय गुरू नानक इस व्यक्ति की भक्ति से प्रभावित होकर इससे मिलने आए और कुछ समय वे इसके साथ ही इस टीले पर रहें। 1783 में सरदार बाघेल ने इस पवित्र स्थान पर गुरूद्वारे का निर्माण करवाया। आज यह स्थान लाखों श्रृद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है।
Location: चांदनी चौक रोड, मालीवाड़ा, छत्ता प्रताप, चांदनी चौक, नई दिल्ली – 110006
गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब | Gurudwara Rakab Ganj Sahib
सिखों के 9 वें गुरू तेग बहादुर के बिना सिर वाले शरीर को मुगलों से बचाकर 2 सिखों ने अपने घर के बिस्तर पर सम्मान सहित रख कर पूरे घर को आग लगा दी। उनकी याद में यहां पर पवित्र गुरुद्वारा बनाया गया। आज इस गुरूद्वारे में लोग दूर-दूर से आते हैं। सिखों के लिए यह ऐतिहासिक गुरूद्वारा (Historical Gurudwara in Delhi) एक महत्वपूर्ण तीर्थ है।
Location: गुरु गोबिंद सिंह भवन, पंडित पंत मार्ग, नई दिल्ली – 110001
गुरुद्वारा दमदमा साहिब, निज़ामुद्दीन | Gurudwara Damdama Sahib, Nizamuddin
औरंगजेब के बेटे Bahadur Shah, और muazzam 1707 में इस स्थान पर गुरू गोबिंद सिंह जी से मिले थे। मुगल बहादुर शाह ने गोबिंद सिंह जी की खातिरदारी बडी़ इज्जत के साथ करी थी। 1783 में इस पवित्र स्थान पर Baghel Singh ने गुरूद्वारे का निर्माण करवाया। सिखों के बीच यह गुरूद्वारा आज के समय में बहुत ही लोकप्रिय धार्मिक स्थान है।
Location – भारत स्काउट्स एंड गाइड्स मार्ग, निज़ामुद्दीन पूर्व, नई दिल्ली – 110013
गुरूद्वारा मोती बाग साहिब | Gurdwara Moti Bagh Sahib
मोती बाग साहिब वह स्थान है। जहां सिखो के Guru Gobind Singh JI ने 8 मील की दूरी से Aurangzeb के बेटे Bahadur Shah के पैरो में एक तीर छोडा़ और अपने दिल्ली आगमन की घोषणा करी। 1707 में गुरू गोबिंद और उनकी सेना इसी जगह पर रूकी थी। आज इस जगह पर एक Holy Historical Gurudwara है। यह सफेद संगमरमर के पत्थर से बना है।
Locations – रिंग रोड, नानक पुरा, मोती बाग, नई दिल्ली, दिल्ली 110021
गुरूद्वारा श्री बाला साहिब | Gurdwara Shri Bala Sahib
जब SHRI GURU HARKRISHAN JI चेचक से पीड़ित लोगों की सेवा करते हुए खुद चेचक के रोगी हो गये तो उन्हें इस स्थान पर लाया गया। यही पर उन्होंने अपने भौतिक शरीर का त्याग किया आज इस स्थान पर बाला साहिब गुरुद्वारा बना है। जहां पर बहुत से सिख माथा टेकने आते हैं और रोगमुक्त होने की प्रार्थना करते हैं।
Location: बाहरी रिंग रोड, सिद्धार्थ नगर, NH2
गुरुद्वारा माता सुंदरी जी | Gurudwara Mata Sundari Ji
सिख समुदाय के 10 वें Guru Gobind Singh की पत्नी Maata Sundaree अपनी मृत्यु से पहले इसी स्थान पर एक हवेली में रूकी और गुरू गोबिंद सिंह की मृत्यु के बाद उन्होंने सिखों का नेतृत्व किया। बाद में इस हवेली को उनकी याद में गुरूद्वारा बना दिया गया। माता सुंदरी का आशीर्वाद लेने आज जगह-जगह से सिख यहां पर आते हैं।
Location: J6MM+QH8, Mata Sundri Women’s College, Mandi House, New Delhi, Delhi, 110002
सभी भक्तों को इन पवित्र गुरुद्वारा में नि:शुल्क भोजन करवाया जाता है। आप भी जब दिल्ली आएं तो इन पवित्र और Historical Gurudwara की सैर अवश्य करे।
सारांश
आज के इस लेख में हमनें Gurudwara Near Me के बारें में विस्तारपूर्वक बताया है। अगर आप भी गुरूद्वारा से सम्बंधित अधिक जानकारी चाहते हैं तो हमें मेल या कमेंट के जरियें जरूर बताएं। हम आपकों अपने आर्टिकल के जरिये अधिक से अधिक जानकारी पहुंचाने का प्रयास अवश्य करेंगें। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों संग या सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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