एक दैवीय मगरमच्छ करता है इस मंदिर की रखवाली

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Kerala Temple: हैलो दोस्तों नमस्कार क्या आप जानते है कि भारत देश में आज भी कई ऐसे स्थान है। जहां अजीबों गरीब घटनाए समय समय पर देखने और सुनने को मिलती है। जी हा दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे है। जहां के मगरमच्छ शुद्ध शाकाहारी है। यह मगरमच्छ इंसानों की तरह ही खाना खाते हैं। और किसी दूसरे जीव पर हमला नही करते।

Kerala Temple Vegetarian Crocodile | शाकाहारी मगरमच्छ

दक्षिण भारत (South India) के केरल राज्य (Kerala State) के कुंबला शहर (Kumbla City) से लगभग 6 किमी दूर स्थित अनंतपुरा गाँव (Ananthapura Village) की झील में शाकाहारी मगरमच्छ पाया जाता है। इस मगरमच्छ के विषय में कई किवदंतिया प्रचलित है। स्थानीय लोगों का कहना है। कि यह मगरमच्छ भगवान का दूत है और यह इस मंदिर पर आने वाले खतरे या इसके निकट होने वाली बुरी घटनाओं का संकेत पहले ही मंदिर के पुजारियों को दे देता है। यह मगरमच्छ मंदिर के पुजारियों के हाथों से प्रसाद ग्रहण करता है।

यह मगरमच्छ अनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर (Sri Ananthapadmanabha Swamy temple) वाली झील में ही रहता है। यह भव्य मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। कहा जाता है। कि यह केरल का एकमात्र ऐसा झील मंदिर है जहां शाकाहारी मगरमच्छ पाया जाता है। अगर आप बहुत भाग्यशाली हुए तो आपको भी इस दिव्य मगरमच्छ के दर्शन मिल सकते हैं। कहा जाता है। कि इस झील में उपस्थित मगरमच्छ की मृत्यु होने पर दूसरा मगरमच्छ स्वयं प्रकट हो जाता है।

इस विशेष मंदिर की प्रतिमाएं पत्थर से नहीं बल्कि कई दुर्लभतम जडी़-बूटीयों (Rarest Herbs) से बनाया गयी है। इस तरह की मूर्तियों को स्थानीय भाषा में ‘कादु शर्करा योगं’ (Pumpkin Sugar Formula) के नाम से जाना जाता है। हांलांकि 1972 में इन्हे पंचलौह धातु (Penta Ferrous Metal) से बनी मूर्तियों से बदला गया। परन्तु इन्हे श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए। वापस पहले जैसी मूर्तियों में परावर्तित करने का प्रयास जारी हैं। इस मंदिर में उपस्थित मूर्ति पांच फन वाले नाग ,नागो के राजा भगवान अनंत (lord infinite) के ऊपर बैठी हुई मुद्रा में विराजमान हैं। इस मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नही हैं, एव यहां पर किसी भी जाति समुदाय के लोग भगवान के दर्शन हेतु आ सकते हैं।

Kerala Temple Architecture | मंदिर की वास्तुकला

भगवान विष्णु को समर्पित यह दिव्य मंदिर कई बहुमूल्य पत्थरों व सुन्दर लकड़ी की नक्काशी द्वारा सजाया गया है। मड़प की छत को भगवान विष्णु की छवियों द्वारा अलंकृत (Ornate) किया गया है। यह सुन्दर नक्काशी (Carving) और छवियां भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की दशावतारम (Dasavathaaram) कहानियों का सजीव वर्णन करती हुई प्रतीत होती है।

How to Get Here | कैसे पहुंचे यहां

इस मंदिर झील का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कुंबला रेलवे स्टेशन है ,आप अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन से यहां के लिए सफर कर सकते हैं। यहां का निकटवर्ती हवाई अड्डा मैंगलोर (Airport Mangalore) हैं आप दिल्ली (Delhi) या अपने मुख्य शहर से यहां के लिए हवाई मार्ग का भी चयन कर सकते हैं। पर्यटक यहां अपने निजी वाहनों (Private Vehicles) द्वारा भी आ सकते हैं।

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निष्कर्ष | Kerala Temple

इस आर्टिकल में हमनें अनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर घूमने की जगह (Kerala Temple) के बारे में विस्तृत तरह से बताया हैं, जो यात्रा को सरल और सुगम बनाने में आपकी बहुत मदद करेगा। हमें आशा है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।

Kerala Temple से संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं और इस आर्टिकल को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।

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