Uttar Pradesh East India में क्या है देखने योग्य?

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Uttar Pradesh Tourism: उत्तर प्रदेश राज्य (Uttar Pradesh East India) में भारत की सर्वाधिक जनसंख्या निवास करती है। साथ ही यह क्षेत्रफल की दृष्टि से 4 सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य में सभी धर्मो (Religions) और समुदाय (Communities) के लोग रहते हैं। जिस कारण राज्य की संस्कृति और सभ्यता मिश्रित है। 

जहां काशी (Kashi) और अयोध्या (Ayodhya) के भीतर हिंदुओं (Hindus) का बोलबाला है तो वहीं आगरा (Agra) और प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के भीतर मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) के लोगों  की अधिकता हैं। इन लोगों के अतिरिक्त प्रदेश के भीतर जैन (Jain), सिख (Sikh), ईसाई (Christian) और अन्य समुदाय (Other Communities) के अल्पसंख्य भी रहते हैं। उत्तर प्रदेश  पूर्वी भारत (Uttar Pradesh East India) में महान ऋषियों (Great Sages) का जन्म हुआ। जिनमें से 2 महाकाव्य महाभारत (Mahabharata) और रामायण (Ramayana) के रचियता भी शामिल हैं। 

यू पी में घूमनें योग्य स्थान 

प्रदेश के भीतर करने के लिए बहुत कुछ मौजूद है। आप यहां पर कला और संस्कृति के दर्शन करने के अतिरिक्त पूर्वी उत्तर प्रदेश के स्वादिष्ट भोजन का लाभ भी लें सकते हैं। पूर्वी भारत के उत्तर प्रदेश में घूमने के लिए (Uttar Pradesh Mein Ghoomane Ke liye) सर्वोत्तम स्थान बस्ती (Basti), गोंडा (Gonda), गोरखपुर (Gorakhpur) जैसी लोकप्रिय जगहें मौजूद हैं। आप पूर्वी उत्तर प्रदेश की सबसे बेहतरीन जगहों (Best Places in Eastern Uttar Pradesh) को रेंटल कार (Rental Car) के द्वारा भी घूम सकते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा (Uttar Pradesh East India) के लिए सबसे बढ़िया समय जनवरी से मार्च (January to March) तक है। 

बहराइच 

बहराइच में घूमनें योग्य जगहों (Places to Visit In Bahraich) की कोई भी कमी नहीं है। यह प्रदेश की राजधानी से 128 किलोमीटर दूर स्थित है। यह भारत और नेपाल सीमा (India And Nepal Border) से लगा हुआ है। आप यहां पर घाघरा नदी के तट (Ghaghra River Banks) पर बैठकर दूर तक फैली शांति में खो सकते हैं या फिर बोटिंग (Boating) का मजा भी लें सकते हैं। शहर के भीतर आप कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य  बहराइच (Katarniaghat Wildlife Sanctuary Bahraich) की सैर पर परिवार साथ जा सकते हैं।

अभ्यारण्य के भीतर आप, दूर तक फैली हरियाली में जंगली जानवरों हिरण (Deer), बाघ (Tiger), सूअर (Pig) आदि को को देख सकते हैं अभ्यारण में गिरवा नदी (Girwa River in The Sanctuary) के सुरम्य और मनमोहक दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है। नदी के भीतर जाने से बचे क्योंकि इसके अदंर कई दुर्लभ जलीय जीवों और घड़ियालों का वास (Habitat For Rare Aquatic Animals And Crocodiles) है।

बहराइच में श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर बहराइच (Shri Siddhanath Mahadev Temple Bahraich) शिव भक्तों और हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक पवित्र स्थान है जहां पर सावन (Sawan) व शिव रात्रि (Shivratri) पर भक्तो की भीड़ देखी जा सकती हैं। नानापारा में स्थित राजा की कोठी बहराइच (Raja Ki Kothi Bahraich) पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय स्थान हैं। आप राजकीय इंदिरा उद्यान (Rajkiy Indira Udyan Bahraich) में बैठकर दुर्लभ पेड़-पौधों को करीब से देख सकते हैं।

Shri Siddhanath Mahadev Temple Bahraich
Image Credit: Pexels

गोड़ा 

उत्तर प्रदेश पूर्वी भारत (Uttar Pradesh East India) का गोंडा जिला पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा (Trip to Gonda District Eastern Uttar Pradesh) के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक (Religious), एतिहासिक (Historical) और सांस्कृतिक स्थान (Cultural places)  है। यह जिला मर्यादा पुरुषोत्तम राम की जन्मस्थली (Birthplace of Maryada Purushottam Ram) से लगा हुआ है। प्राचीन काल (Ancient Time) में इस पवित्र भूमि पर अनेक ऋषि और महर्षियों ने देवताओं की घोर तपस्या करी थी। जिस कारण इसे ऋषि-मुनियों की तपोभूमि (The Sacred Place of Sages) का दर्जा भी दिया जाता है। आप गोंडा जिले में कम बजट में एक शानदार यात्रा का अनुभव (A Great Low Budget Travel Experience in Gonda District) कर सकते हैं। गोंडा में त्रेतायुग और द्वापर युग (Treta Yuga and Dwapar Yuga in Gonda) से सम्बंधित अनेक धार्मिक और दर्शनीय स्थल मौजूद हैं। 

स्वामी नारायन छपिया मंदिर

आप यहां के स्वामी नारायन छपिया मंदिर (Swami Narayan Chhapia Temple) में अवश्य जाएं। क्योंकि इस मंदिर पर कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Poornima) को श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ जमा होती है। गोड़ा के खरगुपुर नाम की जगह पर आप काले कसौटी वाले पृथ्वीनाथ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर को महाभारत (Mahabharat) के पाडंवो (Pandav) से सम्बंधित माना जाता है। सावन और शिवरात्रि (Shivratri) जैसे विशेष अवसरों पर मंदिर में मेलों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

गोंडा जिले का पार्वती अरगा पक्षी विहार, प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए एक बढ़िया जगह है। महान कवि तुलसीदास की जन्मस्थली पसका संगम से कुछ ही दूरी पर राजापुर  में स्थित है। पसका संगम को लघु प्रयाग के नाम से भी जाना जाता है। यह सरयू, घाघरा (Ghagra River) और टेढ़ी नदी के मिलने से होता है। संगम (Sangam) के किनारे विशेष अवसरों पर काफी भीड़ होती है। इसके पास वार्षिक मेले का आयोजन भी किया जाता है। साथ ही लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाकर खुद को पवित्र करते हैं। 

गोड़ा जिले के गांधी पार्क (Gandhi Park) में आप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की विशाल प्रतिमा को भी देख सकते हैं। इस प्रतिमा को एशिया की सबसे बड़ी संगमरमर की प्रतिमा (Asia’s Largest Marble Statue) भी कहा जाता है। गोड़ा के अन्य देखने योग्य स्थानों में खैरा भवानी मंदिर (Khaira Bhawani Temple), कर्नलगंज बरखंडीनाथ मंदिर (Colonelganj Barkhandinath Temple) , वजीरगंज के बाल्हाराई में बालेश्वरनाथ मंदिर (Baleshwarnath Temple), दुखहरणनाथ मंदिर (Dukhharnath Temple), काली भवानी मंदिर (Kali Bhawani Temple), हनुमानगढ़ी (Hanumangarhi) और महर्षि पंतजलि की जन्मभूमि कोड़र (Kodar, the Birthplace of Maharishi Patanjali) भी शामिल हैं। 

Trip to Gonda
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बस्ती  

बस्ती पूर्वी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh East India) का एक जिला हैं। जहां पर पर्यटन की दृष्टि से देखने और घूमनें के लिए बहुत कुछ है। अगर आप भी उत्तर प्रदेश में घूमनें योग्य जगहों (Places to Visit in Uttar Pradesh) की तलाश कर रहें हैं तो आपको एक नजर बस्ती (Bastee) की ओर भी अवश्य देख लेना चाहिए। क्योंकि इस क्षेत्र में प्राचीन मंदिरों (Ancient Temples), बाजार (Markets), पुल (Bridges), छावनी (Cantonments), मस्जिद (Mosques) और वन्यजीव अभ्यारण (Wildlife Sanctuaries) जैसी शानदार और महत्वपूर्ण जगहें मौजूद हैं। इस जिले के तिलकपुर में भगवान शिव (Lord Shiva in Tilakpur) का एक जाना-माना मंदिर भी है।

लोकप्रिय पर्यटन स्थल

जहां पर भक्तों का आना जाना लगा रहता है। यहां का पक्का बाजार खरीददारी (Pakka Market Shopping) करने के लिए एक बढ़िया स्थान है। आप यहां की जामा मस्जिद (Jama Masjid), कटेश्वर पार्क (Kateshwar Park), महुआ डाबर (Mahua Dabur) जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की भी सैर (Also Visit Popular Tourist Places) कर सकते हैं। साथ ही अगर आप वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील हैं तो आपको राष्ट्रीय वन चेतना केन्द्र (Rashtriya Van Chetna Kendra) या संत रवि दास वन विहार (Sant Ravi Das Van Vahar) अवश्य जाना चाहिए।

Ancient Temples
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गोरखपुर 

पूर्वी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh East India) में बसा गोरखपुर, अपने अदंर बहुत सी सांस्कृतिक विरासतों (Cultural Heritages) को संजोए हुए है। इस शहर को “बौद्ध धर्म का पालना” (Cradle of Buddhism) भी कहा जाता है। गोरखपुर शहर का नाम मशहूर संत गोरखनाथ जी (Gorakhpur City is Named After the Famous Saint Gorakhnath ji) के नाम पर रखा गया है। शहर के भीतर अनेक स्तूप (Stupas), स्मारक (Monuments) और प्राचीन मंदिर (Ancient Temples) मौजूद हैं। शहर के भीतर मौजूद गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) लोगों की आस्था का केन्द्र है। इस मंदिर को सफेद रंग से सजाया गया है। यह  मंदिर, नाथ सम्प्रदाय के गोरखनाथ तपस्वी (Gorakhnath Ascetic of Nath Sect) को समर्पित है। आप भी इस मंदिर में आकर पूजा-अर्चना (Worship And All) कर अपने जीवन को शांति और सुख से भरने की प्रार्थना कर सकते हैं। 

गोरखपुर रेलवे संग्राहलय

शहर के भीतर आप गोरखपुर रेलवे संग्राहलय (Gorakhpur Railway Museum) जाकर, पुराने जमाने की कोयला वाली इंजन ट्रेनों (Coal Engine Trains) और 1800 के दशक की लॉर्ड लॉरेंस के स्टीम इंजन (Lord Lawrence’s Steam Engine) को भी देख सकते हैं। फोटो (Photo) और सेल्फी (Selfie) के लिए यह स्टीम इंजन (Steam Engine) एक बेहतरीन स्थान है। 

आप गोरखपुर में मौजूद गीता वाटिका (Geeta Vatika), वीर बहादुर सिंह तारामंडल (Veer Bahadur Singh Planetarium)  जैसी जगहों पर भी जा सकते हैं। भारत में घूमने के लिए (Bhaarat Mein Ghoomane Ke Lie) वैसे तो बहुत स्थान मौजूद हैं पर 1717 ई. में हजरत संत रोशन अली शाह (Hazrat Sant Roshan Ali Shah) के द्वारा बनवाया गया, इमामबाड़ा गोरखपुर (Imambara Gorakhpur) में एक मील का पत्थर (A Milestone) है। इसे देखने के लिए सप्ताहांत के दौरान पर्यटकों (Tourists During Weekends) का आना-जाना लगा रहता है। शहर के भीतर आरोग्य मंदिर (Arogya Mandir) में जाकर प्राकृतिक तरीकों (Natural Methods) और योग (Yog) के जरियें, अपने शरीर की गंभीर बीमारियों का इलाज (Treatment For Serious Diseases) बिना किसी चीर-फाड़ (Body Without Any Surgery) के करवा सकते हैं। बच्चों और परिवार के साथ आप विनोद वन (Vinod Van) जैसी आकर्षक जगहों पर घूमनें जा सकते हैं।

Arogya Mandir
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सारांश

मंदिरों के दर्शन (Visit The Temples), और संगम में डुबकी (Take a Dip in The Sangam) लगाना हो, या बच्चों के साथ स्टीम ट्रेन की सवारी सबकुछ बहुछ ही मजेदार है। आप पूर्वी उत्तर प्रदेश में घूमनें (Travel in Eastern Uttar Pradesh) के अतिरिक्त बहुत सी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। यहां का खाना आपकी जुबान पर एक बेहतरीन स्वाद घोलता है। शाम के समय आप घाट पर बोटिंग के जरिये अद्भुत सौंदर्य को कैमरे में भी कैप्चर कर सकते हैं यूपी की तंग गलिया आपको दिहाती गांवों की एक झलकियां भी पेश करती हैं। यूपी में पर्यटन की दृष्टि से (From Tourism Point of View in UP) बहुत कुछ मौजूद है। आज के इस लेख में हमनें उत्तर प्रदेश पूर्वी भारत (Uttar Pradesh East India) के बारें में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवायी है। जो कि यात्रा के समय आपकी मदद करेगी।

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