Edelweiss Flower: एडलवाइस फ्लोवर (Edelweiss Flower) सूरजमुखी और डेजी से मिलता-जुलता पुष्प है। यह सुदंर पौधा एस्टेरेसिया (Asteraceae) परिवार का सदस्य है। एडलवाइस फ्लोवर का वैज्ञानिक नाम लियोन्टोपोडियम निवाले (Leontopodium Nivale) है। इस पौधे को अक्सर चूना पत्थर वाली जगहों पर 5,900-11,200 फीट की ऊंचाई वाले स्थानों पर उगना पसंद है। इसका प्रयोग हमेशा ही औषधीय रूप में किया जाता रहा है। साथ ही यह पौधा बिल्कुल भी विषाक्त नहीं होता है।
पौधे के तने और पत्तियों पर छोटे-छोटे बाल होते हैं। इसके शरीर पर मौजूद यह बाल इसे विषम परिस्थियों (ठंड, पराबैंगनी किरणे आदि) में सहायता करते हैं। पर्वतों के ऊबड़-खाबड़ रास्तों में यह दुर्लभ फूल और खूबसूरत पौधा आपको कहीं-कहीं देखने को अवश्य मिल जाएगा। यह एक अल्पकालिक फूल का पौधा है। लेकिन यह इस के विषय में अनेक देशों में कहा जाता है, कि जब कोई इस पौधे के फूल को किसी को भेंट करता है तो वह समर्पण का वादा करता है।
दुनियां के अनेक हिस्सों में एडलवाइस फ्लोवर (Edelweiss Flower) बहुत ही पवित्र माना जाता है।बुल्गारिया,ऑस्ट्रिया,स्लोवेनिया,स्विट्जरलैंड और इटली जैसे देशों में एडलवाइस फ्लोवर को बहुत ही सम्मान दिया जाता है। साथ ही रोमानिया में एडलवाइस फ्लेवर (Edelweiss Flower) को वर्ष 1931 में “प्रकृति का स्मारक” का दर्जा दिया गया था। कुछ देशों में एडलवाइस फ्लोवर को सम्मान देने के लिए प्रतिवर्ष 5 मार्च को एडलवाइस दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Edelweiss Flower के नाम के बारे में
Leontopodium Nivale को सामान्य भाषा में एडलवेइस जर्मन के नाम से जाना जाता है। जहां पर एडेल को “नोबल” और वेइस को “व्हाइट” कहा जाता है। इसका स्लोवेनियाई नाम प्लैनिका है, जिसका अर्थ “पहाड़ी लड़की” होता है। इसके वैज्ञानिक नाम लियोन्टोपोडियन को “शेर का पंजा” निवाले को “बर्फ” या “बर्फीला” कहा जाता है।

Leontopodium Nivale कैसा होता है
सफेद रंग की पखुंड़ी वाले इस फूल पर ऊनी ( टोमेंटोज़ ) पाएं जाते हैं। यह फूल 3-20 इंच तक बढ़ सकता है। अगर इसकी खेती की जाएं तो यह पौधा 40 इंच तक बढ़ सकता है। इन सफेद फूलों के अदंर 5-6 छोटे पीले गुच्छेदार स्पाइकलेट पाएं जाते हैं जिनका आकार 5 मिमी तक होता है यह सुदंर जुलाई से सितंबर तक खिलता है।

एडलवाइस का ध्यान कैसे रखे
पर्वतों की ऊबड़-खाबड़ ढलानों पर उगने वाला एडलवाइस फ्लोवर (Edelweiss Flower) की देखभाल के लिए आपको इन बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए।
- इस पौधे को हल्की धूप वाली जगह पर लगाना चाहिए।
- एडलवाइस फ्लोवर को लगाने के लिए चूना पत्थर और पत्थरीली मिट्टी में लगाना चाहिए।
- पानी की मात्रा ज्यादा न रखें।
- इसे गर्म, आर्द्र जलवायु में नहीं लगाना चाहिए।
- एडलवाइस फ्लोवर प्लांट को बिना खाद के ही रखे। क्योंकि यह खराब मिट्टी में रहना पसंद करता है।
बीज से लगाएं एडलवाइस प्लांट को कैसे उगाएं
आप इस खूबसूरत फूल वाले पौधे को बीज के द्वारा आसानी से उगा सकते हैं। वसंत के महीने की आखिरी ठंड इस पौधे के उगने के लिए एक बढ़िया माहौल देता है। आप इस पौधे को इस तरह उगा सकते हैं –
- एक पॉली बैग में पथरीली चूना मिट्टी भरकर इसमें बीज को बोएं और इस पॉली बैग को 3 सप्ताह के लिए फ्रिज में रखें।
- 3 सप्ताह बाद एडलवाइस फ्लोर (Edelweiss Flower) के बीज को फ्रिज से निकालने के बाद इसे दूसरे गमले में बोएं।
- अब इन बीजों को स्प्रे के जरिये हल्का पानी दें।
- इस गमले को ठंडी जगह पर हल्की धूप में रहने दें।
- 2 से 3 सप्ताह के भीतर पौधा पूरी तरह से अंकुरित हो जाएगा।
- अंकुरित पौधा कुछ समय बाद जब पूरी तरह बड़ा हो जाएं। तो इसकी नियमित रूप से देखभाल करें।
सर्दियों का प्रभाव
एडलवाइस फूल कठोर वातावरण में भी जीने योग्य होता है। अत्यधिक सर्दी में भी यह अपने आप को बचाएं रखता है। इसके फूल, पत्तियों और तने पर बालों की परत होती है जो कि इसे अधिक शीत और हानिकारक किरणों से बचाती है। यह विषम परिस्थियों में अपना बचाव स्वंय कर लेता है।

एडलवाइस का प्राकृतिक स्थान
लियोन्टोपोडियम अल्पाइनम (Edelweiss Flower) स्विस आल्प्स के चट्टानी भाग में पाया जाता है। यहां पर कठोर जलवायु होती है। जिसमे यह पौधा आसानी से जीवित रह सकता है। यह खूबसूरत पौधा जर्मनी, इटली, फ्रांस, ऑस्ट्रिया जैसे देशों और एशिया महाद्वीप में पाया जाता है। पर्वतीय भागों में यह लगभग 5,600 फीट-9,000 फीट की ऊंचाई तक पाया जाता है। इसके फूल सफेद ऊनी रंग के मखमली होते हैं। जो कि हरी पत्तियों से ढके होते हैं। इस फूल के भीतर की पीली आकृति 5 से 6 होती है। यह फूल जूलाई से सितंबर में खिलता है।

अनेक देशों में मिला है सम्मान
एडलवाइस फूल या लियोन्टोपोडियम अल्पाइनम एक फूल का पौधा है। जिसे अनेक देशों में बहुत सम्मान मिला है। इसे कुछ देशों में राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में जाना जाता है। एडलवाइस फ्लोवर (Edelweiss Flower) के बारे में कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति अपने किसी प्रिय शख्स को एडलवाइस फ्लोवर को देता है। तो इसका साफ मतलब यह है कि वह उसके प्रति समर्पण की भावना रखता है।

स्किन के लिए बढ़िया औषधि
अगर आप भी एडलवाइस फ्लोवर के फायदों (Edelweiss Flower Benefits) को जानना चाहते हैं तो आगे पढ़े-
- एडलवाइस फ्लोवर (Edelweiss Flower) के अर्क में मौजूद औषधीय गुण इसे त्वचा (Skin) में होने वाली सूजन, जलन और लालिमा से छुटकारा दिलाता है।
- इस पौधे में सूर्य की यूवी विकिरणों से बचाने का गुण होता है जिस कारण इसे बहुत से सनस्क्रीन प्रोडक्ट को बनाने में यूज किया जाता है।
- प्राचीन समय से इस पौधे का प्रयोग बहुत सी जड़ी-बूटी, टॉनिक, और चाय के रूप में किया जाता था। जो कि स्किन को अंदरूनी पोषण देता है।
- एडलवाइस कोलेजन क्षरण को कम करता है। जिससे स्किन बढ़िया रहती है।
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सारांश
सुदंर बनावट वाला एडलवाइस फ्लोवर बहुत कठोर वातावरण में भी खुद को बचा सकता है। इसके पास सूर्य के प्रकाश से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाव की क्षमता भी होती है। साथ ही बहुत से देशों में इसे बहुत पवित्र माना जाता है। आज के इस लेख में हमनें एडलवाइस फ्लोवर (Edelweiss Flower) के बारें में बढ़िया जानकारी दी है।
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