Ice Age Animals: प्लेइस्टोसिन या Ice Age एक ऐसा समय था। जब पृथ्वी पर अनेक प्राचीन जानवर बेझिझक अपना जीवन व्यतीत करते थे। Pleistocene को Himyug के नाम से भी जाना जाता है। इस युग में पृथ्वी पर बहुत सर्दी होती थी। जगह-जगह पर बर्फ हुआ करती थी। आइस ऐज के समय पृथ्वी पर बहुत ही विशालकाय जीवों का निवास हुआ करता था। इन जानवरों में Mammoth, Megafauna, Ground sloth, Short-faced bears, Castoroides, Irish elk, Mastodons, Dire wolf जैसे जंगली जीवों का राज था। आज के समय में पाएं जाने वाले कुछ जीव विशाल ऊदबिलाव, मास्टोडन और ऊंट इंटरग्लेशियल जैसे जीव हिमयुग में भी पाएं जाते थे।
हिमयुग की शुरूआत लगभग 115,000 साल हुई थी। जो कि 100,000 से अधिक वर्षों तक कायम रहा था। जब पृथ्वी पर ऊष्मायन बढ़ रहा था। तो हिमयुग अपने अंत की ओर बढ़ रहा था। लेकिन Pleistocene और Holocene के संक्रमण के समय अनेक प्रजातियां लुप्त होती गयी, और बहुत सी प्रजातियाँ जो खुद को मौसम के अनुकूल करने में असक्षम रहीं। उनका Holocene में पूरी तरह से अंत हो गया। आज के समय हमें इनके अवशेषों के जरियें इनकी उपस्थित का पता चलता हैं। प्लेइस्टोसिन काल के जीवों के जीवाश्म और अवशेष को आज के समय में अनेक Museums में सुरक्षित करके रखा गया है।
ऊंनी स्वेटर वाला विशालकाय जीव, Wooly Mammoth
मैमथ एक ऐसा विशालकाय हाथी (Giant Elephant) या जीव था। जो कि हिमयुग या Pleistocene में पाए जाते थे। मैमथ का वैज्ञानिक नाम मैमुथस प्राइमिजीनियस'(Mammuthus primigenius) था। जो कि Elephantidae परिवार का सदस्य था।
एक वयस्क ऊनी मैमथ (Adult Woolly Mammoth) 3 मीटर से ज्यादा लंबा होता था। साथ ही इसका वजन 100 किलोग्राम (Weight 100 KG) या इससे अधिक होता था। यह एक दिन में 200 किलोग्राम घास खा सकता था। इसके आगे के बडे़ दांत 3.5 मीटर या उससे अधिक लम्बे होते थे।
प्लेइस्टोसिन के दौरान होलोसीन युग के कुछ समय तक यह ऊनी मैमथ जिंदा थे। इन विशालकाय ऊनी मैमथ के विनाश के कारण को लेकर आज भी वैज्ञानिकों के बीच अनेक मत प्रचलित हैं जिनमें से अधिकांश का मानना यह है, कि ऊनी मैमथ बड़ते ऊष्मायन और वनस्पति के लुप्त हो जाने के कारण मारे गये। क्योंकि यह जानवर वनस्पति पर निर्भर थे। साथ ही अन्य वैज्ञानिकों का कहना हैं कि कुछ प्राकृतिक बदलाव के कारण नष्ट हो गये, और कुछ को शुरूआती मानव ने शिकार के लिए मार दिया।
ऊनी मैमथ के विषय में कहा जाता है, कि यह लगभग 12,000 साल पहले, आखिरी हिमयुग के अंत में, युकोन से गायब हो गए थे। हालाँकि, 4,000 साल पहले तक कुछ मैमथ साइबेरिया (siberia) के उत्तरी तट से दूर एक द्वीप पर कुछ समय जीवित रहने में कामयाब हुए थे।
आज के समय में इस विशाल हाथी को एक बार फिर से जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। वैज्ञानिक अपने Experiment के द्वारा वर्तमान हाथियों के जीन से मैमथ जीन को बदलने की परियोजना पर कार्य कर रहें हैं। जिसके सफल होने के बाद आधुनिक युग में मैमथ (Mammoth In The Modern Era) की प्रजाति देखने को मिलेगी।

हिमयुग का स्लॉथ जो भालू का तिगुना था, जेफरसन का ग्राउंड स्लॉथ
मेगालोनीचिडे एक स्लॉथ था। जो कि ग्राउंड स्लॉथ की एक प्रजाति हैं। इसका वैज्ञानिक नाम Megalonyx था। यह मेगालोनीचिडे (Megalonychidae) परिवार का सदस्य था। एक वयस्क जेफरसन ग्राउंड स्लॉथ (Adult Jefferson’s Ground Sloth) लगभग 3 मीटर तक लंबा होता था। यह आज के भालू से कई गुना विशाल और भारी होता था। यह अपने नुकीले पंजे और खूंटे जैसे दांतों की मदद से वनस्पतियां और पेडो़ की पत्तियों को खाता था।
ग्राउंड स्लॉथ का जन्म स्थान (Ground Sloth Birth Place) दक्षिण अमेरिका को माना जाता है। जेफ़रसन के ग्राउंड स्लॉथ को आर्कटिक तक पहुंचने वाला एकमात्र जानवर के रूप में जाना जाता है।

इस भयानक भेड़िया को देखकर अच्छे-अच्छे घबराते हैं
भयानक भेड़िया, शब्द लैटिन भाषा के कैनिस डिरस से आया है। जिसका अर्थ होता है- “भयानक भेड़िया।” आज के समय के सियार का दूर का रिश्तेदार था। यह भेड़िया North America में विकसित होने वाला भेड़िया वंश का सबसे विशाल कैनिड्स था। इस भयानक भेड़िये के अवशेष का सबसे बडा़ नमूना रैंचो ला ब्रे टार गड्ढों (कैलिफ़ोर्निया) में मिला था।
हिमयुग के भयानक भेड़िया (Dire Wolf) का आकार आज के भेड़िये से मिलता-जुलता था। परंतु वैज्ञानिकों ने DNA विश्लेषण के आधार पर पता लगाया, कि कैनिस डिरस, आज के भेड़िये से आनुवंशिक रूप से भिन्न था। परंतु इनके पैर आधुनिक भेड़िये की तुलना में छोटे थे और शरीर काफी भारी था। इस बात से यह अनुमान लगाया जाता है, कि यह भेड़िये ज्यादा अच्छे धावक नहीं थे। भयानक भेड़िये (कैनिस डिरस) (canis dirus) का सिर बडा़ और चौड़ा था। दांत बडे़ और धारदार थे। इसका मस्तिष्क भूरे भेड़िये से छोटा था। डायर वुल्फ प्लेइस्टोसिन के अंत में गायब हो गए थे।
इन भयानक भेड़ियों का विस्तार बोरियल जंगलों से लेकर घास के मैदानों, उष्णकटिबंधीय आर्द्रभूमि तक था। यह भेड़िये आज के भूरे भेड़ियों की तरह, 35 या उससे अधिक के समूह में शिकार करते थे। यह हिमयुग के विशाल जीव मैमथ, स्लॉथ और घोड़ों (Horse) जैसे अन्य जानवरों का शिकार करते थे।

केले के जितने बडे़ दांतों वाला विशालकाय ऊदबिलाव
हिम युग में पाया जाने वाला ऊदबिलाव (Giant Beaver) का वैज्ञानिक नाम कैस्टोरोइड्स (Castoroides) है। यह कैस्टोरिडे (Castoridae) परिवार का सदस्य है। जो कि प्लेइस्टोसिन के दौरान Norte America में पाया जाता था। इसके आगे के दो दांत केले (Banana Teeth) के जितने बडे़ होते थे। इन ऊदबिलावों की लंबाई 7 फीट और वजन 250 पाउंड तक होता था।
हिमयुग के इन विशाल ऊदबिलावों (Ice Age Giant Beaver) का दक्षिण अमेरिका (South America) के कैपिबारा (Capybara) से करीब का सबंध है। कैस्टोरिडे के पीछे वाले पैर, आज के ऊदबिलाव की तुलना में काफी बड़े थे, जबकि आगे वाले पैर छोटे थे। इसकी पूँछ लंबी (Big Tail) थी। जलवायु परिवर्तन इन विशाल जानवरों के विलुप्ति का मुख्य कारण मानी जाती है।

हिमयुग का विशाल ऊँट
पृथ्वी पर सबसे पहले ऊँट का उदय 44 मिलियन वर्ष पहले, उत्तरी अमेरिका (North American camel) में माना जाता है। जिसका वैज्ञानिक नाम कैमलोप्स (Camelops) है और यह कैमेलिडे (Camelidae) परिवार का सदस्य है। यह हिमयुग का जानवर (Ice Age Animal) ग्रह पर सबसे पहले ऊँट लगभग 44 मिलियन वर्ष (44 Million Years) पहले उत्तरी अमेरिका में विकसित हुए थे।
हिमयुग के ऊँट मैक्सिको से अलास्का तक लेट प्लियोसीन युग (Late Pliocene Era) से प्लेइस्टोसिन युग (Pleistocene Era) के अंत तक मौजूद थे। अनुमान लगाया जाता है, कि हिमयुग की गर्म अवधि के समय इस ऊँट का एक छोटा समूह उत्तरी युकोन (Northern Yukon) में मौजूद था।

सारांश
डायनासोर (Dinosaur) और उसके जैसे अन्य विशालकाय जानवर आज के समय में कोरी कल्पना हैं। परतुं आपको पता है कि हिमयुग (Ice Age) के समय अनेक ऐसे शाकाहारी और मांसाहारी जीव इस पृथ्वी पर निवास करते थे। आज के इस लेख में इन Ice Age Animal के विषय में हमनें महत्वपूर्ण जानकारियों के बारें में विस्तारपूर्वक बताया है। अगर आप भी इसी तरह के खतरनाक, रोमांचक और रोमांटिक जगहों (Romantic Places) और जीवों के बारें में अधिक जानना चाहतें हैं। तो हमें कमेंट द्वारा अवश्य बताएं।
यह भी पढ़े
5 दुनिया की सबसे खतरनाक नदियां
एक ऐसा रहस्यमयी द्वीप जिसे पसंद नहीं किसी भी बाहरी चीज की दखल, जो हैं बेहद खतरनाक