Amarnath Yatra: अगर आप भी भगवान शिव के अन्नय भक्त है, और महादेव की शरण में जाने के इच्छुक है। तो आइए जानते हैं। भगवान शिव कैलाश पर्वत के सिवाय अन्य कहा वास करते हैं। हम बात कर रहे है, अमरनाथ गुफा की जो भारत देश में अमरनाथ यात्रा के समय विशेष चर्चा में रहती हैं। इस समय भगवान भोलेनाथ के भक्त दूर-दूर से भगवान शिव के दर्शन के लिए आते है। यह पवित्र गुफा श्रृद्धालुओ के जयकारों से गूंज उठती है।यहा की आध्यात्मिक ऊर्जा आपके मन को पवित्र कर देगी और यहा आते ही आपके रोम-रोम में एक देवीय ऊर्जा का प्रवाह होने लगेगा। कुछ समय बाद आप ऐसा महसूस करेगे जैसे आपका शरीर और मन से सारे बोझ उतर गये है। तो आइए जानते हैं विस्तारपूर्वक अमरनाथ गुफा के बारे में –
Amarnath Yatra 2023
अमरनाथ गुफा भारत में जम्मू और कश्मीर राज्य के अनंतनाग जिले में स्थित एक हिंदू तीर्थ स्थल है। यह पवित्र गुफा समुद्रतल से 13600 फुट पर स्थित है। इस पवित्र गुफा की लम्बाई 19 और चौडा़ई 16 मीटर तथा ऊंचाई लगभग 11 मीटर है। यह गुफा भगवान शिव से सम्बन्धित है। यहां भगवान शिव बर्फ से बने शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। इसलिए इन्हे बर्फानी बाबा के नाम से भी पुकारा जाता है।हिन्दू तीर्थ स्थलों में अमरनाथ गुफा का विशेष महत्व है, कहा जाता है कि अगर आप बाबा अमरनाथ के दर्शन करते हैं, तो आपको अन्य तीर्थो के फल की भी प्राप्ति हो जाती हैं।
तभी अमरनाथ गुफा को तीर्थो का तीर्थ भी कहा जाता है। इस पवित्र गुफा के विषय में कहा जाता है। कि भगवान शिव ने माता पार्वती को इसी स्थान पर अमर होने का रहस्य बताया था। यह पवित्र गुफा हिमालय पर्वत की उत्तरी-पश्चिमी श्रृंखलाओं के मध्य में स्थित है। इसके चारों ओर विशाल पर्वत चांदी सी चमचमाती बर्फ से ढके हुए है। जो इस गुफा को ओर भी खूबसूरत बनाते है। एडवेंचर प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
Amarnath Yatra 2023 Start | अमरनाथ यात्रा 2023 कब शुरू होगी
अमरनाथ की पवित्र यात्रा 2023 में अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा, 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक सम्पन्न होगी। प्रत्येक वर्ष इस यात्रा का आयोजन अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा करवाया जाता हैं। यही संस्था मंदिर से जुडें सभी मामलों को सभालती है।
Food arrangements during Amarnath Yatra | अमरनाथ यात्रा के दौरान भोजन सम्बन्धी व्यवस्था
अगर आप भी बर्फानी बाबा की यात्रा कर रहे है। और आपको उनकी यात्रा के दौरान बहुत ही भूख लगती हैं। तो आप निश्चिंत रहिये पूरे ट्रेक के दौरान आपको जगह-जगह मुफ्त का भोजन भण्डारों , लंगर , और प्रसाद के तौर पर सभी यात्रियों को उपलब्ध करवाया जाता है। यहां पर आपको पराठे, पूरी , दाल-चावल, चाय ,समोसा, ब्रेड आदि चीजे नि:शुल्क उपलब्ध करवायी जाती है।यह भोजन उपलब्ध करवाने वाले लंगर आपको 1 से 2 km के अन्तराल पर मिल जाएगे।
How to Register for Amarnath Yatra| अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करवाए
अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से करवाया जा रहा हैं। इस यात्रा के लिए आप रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से करवाया जाता है। आप ऑनलाइन आवेदन के लिए jksasb.nic.in पर जाए।
Mystery of Amarnath Yatra | अमरनाथ यात्रा का रहस्य
प्रमुख हिन्दू तीर्थ मंदिर अमरनाथ गुफा की परिधि लगभग 150 फुट है। जिसके भीतर कई जगहों से पानी की बूंदे टपकती है। परन्तु इस रहस्यमयी गुफा में केवल एक ही स्थान पर बूंदे शिवलिंग का रूप लेती है। बाकी जगहों पर टपकने वाली बूंदे कभी भी हिमलिंग के जैसे ठोस नही होती है। यह पवित्र हिमलिंग चन्द्रमा की कलाओं के साथ घटता और बढ़ता है। इसके अतिरिक्त यहां भगवान शिव से कुछ दूरी पर और बर्फीले आकार प्रकट होते हैं। जिनके विषय में कहा जाता है। कि यह गणेश , भैरव और माता पार्वती के स्वरूप को दर्शाते है।
How to reach Pahalgam and Baltal from Srinagar | श्रीनगर से पहलगाम और बलताल कैसे पहुंचे–
श्रीनगर से पहलगाम मार्ग: श्रीनगर से पहलगाम की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है। जिसे आप अपने निजी वाहन या पब्लिक ट्रांसपोर्ट द्वारा लगभग 2 से 3 घण्टे में पूरा कर सकते है। आप पहलगाम तक जाने के लिये राष्ट्रीय राजमार्ग NH 44 और NH501 को चुन सकते हैं। श्रीनगर से बलटाल कैसे पहुंचे: श्रीनगर से बलटाल की दूरी लगभग 92 किलोमीटर है। जो कि NH1 राजमार्ग द्वारा आपस में जुडें है। श्रीनगर से बलटाल पहुचनें के लिए लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है।
Route for Amarnath Yatra | अमरनाथ यात्रा के लिए कौन-सा रूट है
अमरनाथ यात्रा के लिए 2 रुट है-
पहला रुट : पहला रुट पहलगाम से शूरू होता है। मध्य में 4 से 5 बेस केम्प पड़ते है। जो इस प्रकार है-
१. पहलगाम–चंदनवारी-पिस्सू टॉप-शेषनाग-पंचतरणी-पवित्र अमरनाथ गुफा
यह रूट बालटाल की तुलमा में काफी सरल और प्राकृतिक दृश्यों से सुसज्जित है। अधिकांश वरिष्ठ और कमजोर ह्रदय वाले लोग इसी रूट को प्राथमिकता देते है।
दूसरा रुट: बालटाल-अमरनाथ मार्ग है। यह मार्ग युवाओें की पहली पसंद है। क्योंकि युवा हमेशा जोखिम भरे कार्यों का अनुभव करना पसंद करते हैं। यह रूट जोखिम भरा होने के साथ ही पहलगाम रूट की अपेक्षा में काफी छोटा है। बालटाल रूट के मध्य में 3 से 4 बेस कैम्प पड़ते है –
२.बालटाल-डोमाली-बरारी मार्ग-संगम-पवित्र गुफा
रजिस्ट्रेशन शुल्क
अमरनाथ यात्रा के आवेदन के लिए लगभग 100 से 220 तक शुल्क लगता है।
Who can register for Amarnath Yatra | अमरनाथ यात्रा के लिये रजिस्ट्रेशन कौन-कौन कर सकते हैं
अमरनाथ धाम यात्रा के लिए कुछ नियम व शर्ते लागू है। यहा जाने के लिए 13 साल से 75 साल का कोई भी व्यक्ति इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। आपको अमरनाथ यात्रा के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी है। क्योंकि यहा का रास्ता बहुत ही जोखिम भरा है। इसलिए अमरनाथ यात्रा के लिए गर्भवती स्त्रियों का रजिस्ट्रेशन नही होता है।
Weather in Amarnath | अमरनाथ का मौसम कैसा रहता हैं
अमरनाथ का मौसम पर्वतीय क्षेत्र होने के कारण बेहद ही सर्द रहता हैं। परन्तु यहा का मौसम कभी भी परावर्तित हो सकता है। जैसे की कब यहा तेज बारिश हो या बर्फबारी शुरू हो जाए इस विषय में मौसम विभाग भी सटीक अनुमान लगाने में असमर्थ है। इसलिए आपको अपने साथ कुछ जरूरी सामान जरूर रखना चाहिए।
निष्कर्ष | Amarnath Yatra
इस आर्टिकल में हमनें अमरनाथ गुफा (Amarnath Yatra) के बारे में विस्तृत तरह से बताया हैं, जो यात्रा को सरल और सुगम बनाने में आपकी बहुत मदद करेगा। हमें आशा है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।
Amarnath Yatra से संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं और इस आर्टिकल को अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।
और पढ़े –