Best Places To Visit In Jaipur: यह भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान की राजधानी है, इस शहर को गुलाबी नगर (Pink City) भी कहा जाता है। इस शहर की (Establishment) स्थापना सवाई जयसिंह (द्वितीय) (Sawai Jai Singh II) ने की थी। जयपुर आज भी अपनी एतिहासिक विरासत को अपने आप में सजोए हुए है, जो इस धरती पर जन्में वीरों की दास्तां को बया करता है। यूनेस्को (UNESCO) द्वारा जुलाई 2019 में जयपुर को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा दिया गया हैं, इस शहर में पर्यटकों के घूमनें के लिए प्रसिद्ध जगहें (Famous Tourist Places In Jaipur)। जहा पर आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ भ्रमण करने जा सकते है-
1.Best Places To Visit In Jaipur | सिटी पैलेस (City Palace)
शहर के बीचोंबीच बनी यह भव्य इमारत राजस्थानी व मुगल शैली की मिश्रित रचना हैं। इस इमारत में एक संग्राहलय है जिसमें मुगलों तथा राजपूतों के हथियारों और उनकेे द्वारा धारण किए जाने वाले वस्त्रौ का बढ़िया संग्रह हैं। यह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अगर आप भी जयपुर जाए तो सिटी पैलेस जाकर इस भव्य इमारत को देखना न भूले। जो राजस्थानी वीरों द्वारा उपयोग किए गये हथियारों व उनकेे लघुचित्रों, कालीनों, शाही साजों सामान और (Arbi) अरबी, फारसी, लेटिन व संस्कृत में दुर्लभतम खगोल विज्ञान की रचनाओं का बढ़िया संग्रह है जो कि हमें यहा के वीरों की वीरगाथाएँ सुनाता है।
2.हवा महल (Hawa Mahal)
यह एक राजसी-महल है। वास्तुकार लाल चंद उस्ता द्वारा राजमुकुट (Rajmukut) की तरह इसे बनाया गया। इस महल में 5 मंजिले है। इसकी पहली मंजिल का नाम शरद मंदिर, दूसरी मंजिल रत्न मंदिर, तीसरी मंजिल विचित्र मंदिर, चौथी मंजिल प्रकाश मंदिर और पांचवीं हवा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। इसमें आनंदपोल और चांदपोल नाम के दायीं व बायीं 2 मुख्य दरवाजे हैं।953 खूबसूरत और आकर्षक दिखने वाली छोटी-छोटी जालीदार खिड़कियाँ बनवायी गयी हैं, जिन्हें झरोखा कहा जाता हैं।
इन झरोखों से इस शहर का खूबसूरत नजारा देखने लायक है। इन छोटी-छोटी खिड़कियों में रंगीन शीशों को लगाया गया है जब रोशनी इन शीशों से होकर अन्दर प्रवेश करती है, तो सारा महल में इन्द्रधनुषी रंग बिखर जाता है। जो इस राजसी महल की शोभा में चार चाँद लगाने का कार्य करता है। राजा सवाई प्रताप सिहं द्वारा इस भव्य इमारत का निर्माण राजपूत सदस्यों और राजसी स्त्रियों के लिए करवाया था, ताकि वे महिलाएँ नीचे की सड़क पर हो रहे रोजाना के नाटक नृत्य को पर्दे में रह कर देख सकें। यह भव्य रा जसी महल भगवान श्री कृष्ण एवम् राधा रानी को समर्पित हैं।
3.आमेर किला (Amer Fort)
यह जयपुर से 11 किलोमीटर उत्तर दिशा की ओर स्थित है। यह किला (दुर्ग) एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित एक पर्वतीय दुर्ग है। यह जयपुर नगर का मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। इस ऐतिहासिक किले का निर्माण कछवाहा राजपूत मान सिंह प्रथम ने करवाया था। इसके निर्माण में लाल बलुआ पत्थर, पाषाण एवं संगमरमर का उपयोग किया गया है। इस दुर्ग पहाड़ी के नीचे मावठा सरोवर स्थित है, जो इस दुर्ग व आमेर (Amer) के अनेको महलों की जल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है। इस भव्य दुर्ग में देखने लायक कई महत्त्वपूर्ण स्थान है जो कि देशी-विदेशी पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केन्द्र हैं-
1.Sukh Niwas | सुख निवास
2.Tripolia Gate | त्रिपोलिया द्वार
3.Diwan-E-Aam | दीवान-ए-आम
4.Sheesh Mahal | शीश महल
5.Ganesh Pol | गणेश पोल
इस किले को वर्ष 2013 में यूनेस्को (UNESCO) ने विश्व धरोहर (World Heritage) की सूची में भी शामिल किया है। यह किला पर्यटकों के लिए प्रात: 8: 00 बजे से शांय 5: 30 बजे तक खुला रहता है।
4.जंतर मंतर, वेधशाला (Jantar Mantar, Observatory)
यह 5 वेधशालाओ में से निर्मित एक खगोलीय वेधशाला है। इसका निर्माण सवाई जयसिंह द्वारा अंतरिक्ष और समय की सही जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य 1724 से 1734 ई. के बीच करवाया था। यह सभी वैधशालाओ में सबसे विशाल हैं, यह सिटी पैलेस के नजदीक स्थित है। यूनेस्को ने इसे 2012 में विश्व धरोहरों में शामिल किया है। जयपुर के जन्तर मन्तर में स्थित 14 प्रमुख यन्त्र हैं-बृहत सम्राट यन्त्र, लघु सम्राट यन्त्र, जयप्रकाश यन्त्र, रामयंत्र, ध्रुवयंत्र, दक्षिणायन्त्र, नाड़ीवलययन्त्र, राशिवलय, दिशायन्त्र, लघुक्रांति यन्त्र, दीर्घक्रांति यन्त्र, राजयंत्र, उन्नतांश यन्त्र और दिगंश यन्त्र।
सम्राट यंत्र में सबसे विशाल यंत्र है। इसको एक विशाल सूर्यघड़ी के नाम से भी जाना जाता है। यह सभी यत्रों में सबसे ऊंचा (धरती से करीब 90 फुट) हैं, जिसके कारण इससे बताए हुए समय में सटीकता पायी जाती है। यह ऐतिहासिक धरोहर हमें याद दिलाती है कि हमारे पूर्वज आधुनकि युग से पहले ही कितने विद्वान थे।
5.रामगढ़ झील (Ramgarh Lake)
यह मानव निर्मित झील है। यह मुख्य शहर से 32 किलोमीटर (20 मील) की दूरी पर स्थित है, एक समय पहले यह झील जयपुर शहर की पानी की आपूर्ति का मुख्य स्रोंत हुआ करती थी। पर्यटकों को लुभाने में यह झील एक अहम किरदार निभाती है। इस झील का निर्माण महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय ने करवाया था। इस झील के आस-पास के हरे-भरे क्षेत्र को भारत सरकार द्वारा वन्यजीव अभ्यारण्य घोषित किया गया। इसके पास पुराने किले और जम्बवा माता के मंदिर के अवशेष ही शेष बचे हैं।
6.जयगढ़ दुर्ग (Jaigarh Fort)
इस दुर्ग का निर्माण जय सिंह द्वितीय (Sawai Jai Singh II) ने अपने शासनकाल में आमेर दुर्ग की रक्षा के लिये बनवाया था। यहाँ पर विश्व की सबसे बड़ी तोप रखी हुई है। जो कि किले के डूंगर दरवाजे के बुर्ज पर स्थित है। यह किला शहर के समृद्धशाली अतीत की दास्तां को बया करता है। जयगढ़ किला की वास्तुकला भी आमेर दुर्ग से मिलती-जुलती है।
7.गोविंद देवजी का मंदिर (Temple of Govind Devji)
यह जयपुर (Jaipur) का बहु-प्रसिध्द मंदिर (Most Famous Temple) बिना शिखर का है। इस प्रसिद्ध मंदिर (Temple) का निर्माण सवाई जय सिंह द्वितीय (Sawai Jai Singh II) ने करवाया था और इन्हे अपने परिवार के देवता के रूप में यहाँ पुनः स्थापित (Re stablished) किया था।यह चन्द्र महल (Chandra Mahal) के परिसर में बने जन निवास बगीचे के बीच में स्थित है। यहा पर भक्तों का आना जाना लगा रहता हैं।
8.सांगानेर (Sanganer)
पहले इसका नाम संग्रामपुर हुआ करता था। यह जयपुर ज़िले में स्थित एक बस्ती है। यह बस्ती मुख्य शहर (जयपुर) से 16km की दूरी पर है, जयपुर के विस्तार के कारण सांगानेर उसका उपनगर बन गया है। यहा के क्षतिग्रस्त महलों के अतिरिक्त, सांगानेर का जैन मंदिर प्रमुख पवित्र स्थलों में से एक है। यह जगह वस्त्र छपाई, हाथों द्वारा बनाया हुआ कागज और जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है
पर्यटकों के लिए यह जैन मंदिर और यहा के हाथ से बने बढिया कपड़े मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। जयपुर आने वाले पर्यटकों को इस जगह एक बार जरूर घूमनें आना चाहिए।
9.ईसरलाट सरगासूली टॉवर जयपुर (Sargasuli)
यह जयपुर शहर की सबसे ऊंची मीनार है, जिसको ‘ईसरलाट’ भी कहा जाता है। ‘सरगासूली’ का निर्माण महाराजा ईश्वरी सिंह ने अपने दुश्मनों से युद्ध जीतने की खुशी में करवाया था। यह भव्य, आलीशान इमारत सात खण्डों में बनी है इस इमारत की निर्माण-शैली राजपूत और मुगल-वास्तु-शैलियों का सम्मिश्रित रूप है। इस मीनार के विषय में कयी पुरानी किस्से कहानियाँ प्रचलितहैं। कहा जाता है कि महाराजा यहाँ बैठ कर पास की हवेली की किसी सुन्दर कन्या को निहारा करते थे। पर्यटन की दृष्टि से यह जगह काफी अच्छी है।
10.गलताजी (Galta Ji)
यह जयपुर से 10 किमी दूर स्थित एक प्राचीन तीर्थस्थल है। इसकी वास्तुकला और इसकी भव्यता इसकी चित्रित दीवारें, गोल छतों और खम्भों से अलंकृत (शोभायमान) है। इस मंदिर में मंडप और पवित्र कुंड स्थित है। यह प्राचीन मंदिर अरावली पहाडिय़ो के मध्य में स्थित है, जो कि चोटी के शिखर पर बना सूर्य देवता को समर्पित छोटा-सा मंदिर है। यह शहर की सभी जगहो से दृश्यमान है। जनवरी में हर साल, ‘मकर संक्रांति’ , पर भक्त बड़ी संख्या में पवित्र कुंड में डुबकी लगाने के लिए आते है। पर्यटन की दृष्टि से यह जगह जयपुर शहर के लिए महत्त्वपूर्ण है।
निष्कर्ष(Best Places To Visit In Jaipur In India)
इस आर्टिकल में हमनें जयपुर में घूमने की जगह (Best Places To Visit In Jaipur In India In Hindi) के बारे में विस्तृत तरह से बताया हैं, जो यात्रा को सरल और सुगम बनाने में आपकी बहुत मदद करेगा। हमें आशा है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा।
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